नई दिल्ली। साउथ वेस्ट दिल्ली की ऑपरेशन सेल ने एक अवैध नाइजीरियाई नागरिक को हिरासत में लेकर डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जो पिछले चार साल से बिना वैध वीज़ा दस्तावेज़ों के भारत में रह रहा था। आरोपी की पहचान एपे एननना मलाची (39 वर्ष), निवासी एनुगुएजिके, नाइजीरिया के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, साउथ वेस्ट जिले की पुलिस ने अपने अधिकार क्षेत्र में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर नज़र रखने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए विशेष टीमों का गठन किया था। इंस्पेक्टर राम कुमार (I/C AATS/SW) के नेतृत्व में और एसीपी विजयपाल तोमर के पर्यवेक्षण में एएसआई विनोद कुमार, एएसआई धर्मेंद्र, एचसी मोहित, एचसी नरेंद्र और एचसी प्रशांत की टीम को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वे ऐसे विदेशी नागरिकों की पहचान करें जो बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे हैं।
3 अक्टूबर 2025 को टीम को गुप्त सूचना मिली कि नांगल राया और वसंत कुंज साउथ इलाके में एक नाइजीरियाई नागरिक अवैध रूप से घूम रहा है। सूचना पर तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम मौके पर पहुंची और संदिग्ध व्यक्ति से पहचान पत्र मांगे। पूछताछ में उसने बताया कि वह नाइजीरिया का रहने वाला है और 2021 में मेडिकल वीज़ा पर भारत आया था, जो 24 मई 2021 को समाप्त हो गया था। इसके बाद भी वह भारत में रहकर नियमों का उल्लंघन करता रहा।
पूछताछ में आरोपी ने यह भी बताया कि वह पहले बुराड़ी के लेबर चौक के पास रहता था, लेकिन हाल ही में पुलिस द्वारा विदेशी नागरिकों की सख्त जांच शुरू होने के कारण वह छिपने के लिए महीपालपुर में किराए का घर तलाशने आया था। पुलिस ने आवश्यक सत्यापन और कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे थाना वसंत कुंज साउथ में दर्ज कर लिया और FRRO (Foreigners Regional Registration Office), नई दिल्ली के माध्यम से डिपोर्टेशन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई उनके “ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी” का हिस्सा है, जिसके तहत राजधानी में अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य कानून व्यवस्था को मजबूत करना और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।







