दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नॉर्थ रेंज-II की टीम द्वारा एक बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए छह साल से फरार चल रहे आरोपी शैलेश उर्फ मिठैया को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी इंस्पेक्टर संदीप स्वामी की अगुवाई और एसीपी नरेंद्र बेनीवाल की निगरानी में की गई, जो बीते कई महीनों से आरोपी की तलाश में जुटी थी। आरोपी के खिलाफ अदालत ने उसे घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित किया था।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, 26 वर्षीय शैलेश उर्फ मिठैया पुत्र अंग्रेज निवासी मेट्रो विहार, होलंबी कलां का रहने वाला है। वह पिछले छह साल से पुलिस की गिरफ्त से दूर था और लगातार अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग जगहों पर रहता था। हेड कांस्टेबल नवल द्वारा जुटाई गई गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर टीम ने उसे गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
मामला साल 2019 से जुड़ा है, जब आदर्श नगर इलाके में दो अलग-अलग हमलों में उसका नाम सामने आया था। पहले मामले में आरोपी ने अपने साथी दिनेश के साथ मिलकर शिकायतकर्ता संतोष पर घर के बाहर जानलेवा हमला किया था। दिनेश को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, जबकि शैलेश फरार हो गया था। अदालत ने 18 फरवरी 2020 को उसे घोषित अपराधी घोषित कर दिया था।
इसी वर्ष के दूसरे मामले में आरोपी ने अपने साथी सोनू उर्फ कालिया के साथ मिलकर 16 वर्षीय लड़के रवि पर हमला किया था। रवि की भाभी गीता ने पुलिस को शिकायत दी थी कि दोनों ने उसके देवर को सड़क पर पटककर बेरहमी से पीटा और मौके से फरार हो गए।
पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर कई हमले और लूट की घटनाएं कीं। गरीबी और गलत संगत में पड़कर वह अपराध की दुनिया में उतर गया। आरोपी आठवीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है। उसके पिता 2019 से लापता हैं और मां एक फैक्ट्री में मजदूर हैं। गरीबी से जूझते हुए उसने जल्दी पैसे कमाने के लिए गलत रास्ता चुन लिया और तब से फरारी की ज़िंदगी जी रहा था।
शैलेश के खिलाफ आदर्श नगर, अशोक विहार और अन्य इलाकों में कई मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, हमला, लूट और मारपीट जैसे संगीन अपराध शामिल हैं।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि आरोपी को पकड़ने के बाद अदालत में पेश किया गया है और उससे पूछताछ के आधार पर अन्य साथियों की तलाश जारी है। इस गिरफ्तारी को पुलिस की मेहनत, जमीनी स्तर पर जुटाई गई जानकारी और लगातार की गई निगरानी का नतीजा बताया जा रहा है।







