
दिल्ली पुलिस की नॉर्थ-वेस्ट जिले की टीम ने एक अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हत्या के पीछे का मकसद चोरी बताया और आरोपियों के पास से 30,000 रुपये नकद, एक सोने की चूड़ी, हत्या में इस्तेमाल हथौड़ी और दुपट्टा बरामद किया है। साथ ही, एक देसी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए हैं।
18 मार्च को कोहाट एन्क्लेव, पीतमपुरा स्थित एक घर से दुर्गंध आने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, जहां 70 वर्षीय मोहन सिंह और उनकी 71 वर्षीय पत्नी दिलजीत कौर के शव मिले। दोनों शवों की हालत देख कर पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानकर जांच शुरू की।
तफ्तीश में सामने आया कि बुजुर्ग दंपति का देखभाल करने वाला अटेंडेंट गायब था। जांच आगे बढ़ने पर मृतकों के बेटे ने बताया कि पहले उनके माता-पिता की देखभाल रवि नामक युवक करता था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से उसकी जगह कोई और आ रहा था। पुलिस ने जब रवि को हिरासत में लिया तो उसने कबूल किया कि उसने अपने साथी दीपक उर्फ पंकज के साथ मिलकर चोरी की साजिश रची थी। दीपक को बुजुर्ग दंपति के घर अटेंडेंट बनाकर भेजा गया और मौका मिलते ही दोनों ने घर में घुसकर हत्या कर दी।
पुलिस ने आरोपियों को द्वारका स्थित एक वृद्धाश्रम से धर-दबोचा। तलाशी के दौरान दीपक के पास से देसी पिस्तौल और कारतूस बरामद हुए। पूछताछ में दोनों ने अपना गुनाह कबूल लिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल मामले की आगे जांच जारी है, ताकि इनके अन्य अपराधों का भी पता लगाया जा सके।