
दिल्ली के शिक्षा मंत्री श्री अशीष सूद ने अपने गुजरात दौरे के दौरान सूरत के सरकारी स्कूलों में लागू नई शिक्षा प्रणाली का जायज़ा लिया। उन्होंने सूरत नगर निगम द्वारा संचालित सुमन हाई स्कूल नंबर-6, उधना का दौरा कर क्लासरूम में स्मार्ट बोर्ड्स से पढ़ाई के तरीके और छात्रों के अनुभवों को नज़दीक से देखा।
मंत्री ने स्कूल की एआई और रोबोटिक्स लैब का भी दौरा किया, जहाँ छात्रों ने ड्रोन, 3डी प्रिंटर और आधुनिक सुरक्षा प्रणालियों पर अपने प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया। मंत्री ने छात्रों की मेहनत की सराहना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
गुजरात में मीडिया से बात करते हुए श्री सूद ने कहा कि गुजरात की तर्ज़ पर दिल्ली में भी जल्द ही अत्याधुनिक शिक्षा प्रणाली लागू की जाएगी, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स जैसी तकनीकों का समावेश होगा। इससे दिल्ली के सरकारी स्कूलों की शिक्षा गुणवत्ता में सुधार आएगा और छात्रों को आधुनिक तकनीकों की बेहतर समझ मिलेगी।
श्री सूद ने आम आदमी पार्टी के तथाकथित ‘दिल्ली मॉडल’ और पूर्व शिक्षा मंत्री पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजधानी होने के बावजूद दिल्ली के सरकारी स्कूलों में गिनती के स्मार्ट बोर्ड हैं, जबकि गुजरात जैसे राज्य ने—प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद—एक लाख से अधिक स्मार्ट क्लासरूम तैयार कर दिए हैं। यह तथाकथित दिल्ली मॉडल की विफलता को उजागर करता है।
इस दौरे का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन और अन्य राज्यों में अपनाई गई बेहतरीन शैक्षिक प्रणालियों को समझना था। श्री सूद ने गुजरात की शिक्षा सुधारों को प्रेरणास्रोत बताते हुए अन्य राज्यों से भी इससे सीख लेने की अपील की। मौके पर सूरत के जिला शिक्षा अधिकारी, नगर प्राथमिक शिक्षा समिति के प्रशासनिक अधिकारी और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।