
दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की मानव तस्करी विरोधी इकाई (AHTU) ने सराहनीय कार्रवाई करते हुए एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की को राजस्थान के अलवर से बरामद किया है। इस अभियान में एक संदिग्ध को भी हिरासत में लिया गया है।
यह मामला दिल्ली के समायपुर बादली थाने में दर्ज था, जहां 6 नवंबर 2024 को लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी गई थी। अपराध शाखा की टीम, जिसमें इंस्पेक्टर इना कुमारी के नेतृत्व में कई अधिकारी शामिल थे, ने दो दिनों तक दिल्ली-एनसीआर और अलवर में लगातार छापेमारी की। मोबाइल सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज, सोशल मीडिया एनालिसिस और स्थानीय पूछताछ की मदद से पुलिस ने आखिरकार लड़की का सुराग पा लिया।
जांच में सामने आया कि लड़की को एक अन्य युवती ने बहला-फुसलाकर अलवर ले गई थी। आरोप है कि उसे झूठे विवाह का लालच दिया गया और कुछ पैसे देने का वादा किया गया था। इस साजिश के तहत उसे एक आधार कार्ड दिया गया, जिसमें उम्र 23 साल लिखी थी और उससे कहा गया कि वह खुद को इसी उम्र की बताए, जिससे उसे पैसे मिल सकें।
दिल्ली पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना न सिर्फ पीड़िता के परिजनों ने की बल्कि स्थानीय पुलिस ने भी इस ऑपरेशन की प्रशंसा की। फिलहाल, मामले की आगे की जांच स्थानीय पुलिस के जिम्मे है।