
दिल्ली क्राइम ब्रांच की एजीएस टीम ने कुख्यात विकास लगरपुरिया गैंग के एक सक्रिय सदस्य रोहित गहलोत को गिरफ्तार किया है। रोहित चार महीने से फरार था और छावला थाने के हत्या के प्रयास के एक मामले में वांछित था। पुलिस ने उसके कब्जे से दो देशी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
बीते साल 30 अक्टूबर की रात, जब छावला इलाके के खाटू श्याम चौक पर एक जन्मदिन समारोह चल रहा था, तभी रोहित गहलोत अपने साथियों के साथ वहां पहुंचा और गोली चला दी, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया। यह हमला इलाके में दबदबा कायम रखने के लिए किया गया था। घटना के बाद से ही पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी।
गुप्त सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर पवन कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई रंजना, एसआई राजा राम, एएसआई रमेश कुमार और कांस्टेबल मनीष कुमार शामिल थे। पुलिस ने रोहित को हरियाणा के मुरथल से धर दबोचा। जांच में खुलासा हुआ कि उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हो चुका था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अवैध हथियार एक फार्महाउस के पास छिपाकर रखे थे, जहां से पुलिस ने पिस्तौल और कारतूस बरामद किए।
रोहित पहले एक रेस्टोरेंट चलाता था और अपने पिता के साथ बिल्डिंग मैटेरियल का कारोबार करता था, लेकिन बाद में वह कुख्यात अपराधी धारा उर्फ धारे के संपर्क में आकर अपराध की दुनिया में शामिल हो गया। वह पहले भी अपहरण, रंगदारी, मारपीट और आर्म्स एक्ट के पांच मामलों में शामिल रह चुका है। फिलहाल पुलिस आरोपी से और पूछताछ कर रही है।