दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की नॉर्दर्न रेंज-I टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए हरियाणा के सोनीपत के सिलाना गांव से एक खूंखार और वांछित अपराधी नितेश दहिया उर्फ नाइटे (29 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। आरोपी दो गंभीर मामलों — अपहरण-हत्या और दुष्कर्म व पॉक्सो अधिनियम — में अदालत द्वारा घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित किया गया था। इसके अलावा, हरियाणा के गुरुग्राम में दर्ज क्रिमिनल ब्रीच ऑफ ट्रस्ट के मामले में भी उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी था।
इंस्पेक्टर संजय कौशिक के नेतृत्व में एसीपी अशोक कुमार शर्मा के पर्यवेक्षण में गठित टीम ने आरोपी को 4 नवंबर 2025 की रात सिलाना गांव में गुप्त सूचना के आधार पर धर दबोचा। पुलिस की मौजूदगी भांपते ही नितेश ने छतों के रास्ते भागने की कोशिश की, लेकिन टीम की सतर्कता और तेज़ी से कार्रवाई के कारण हेड कॉन्स्टेबल धारा सिंह ने पीछा कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
नितेश दहिया का आपराधिक रिकॉर्ड बेहद गंभीर रहा है। वर्ष 2018 में बवाना थाना क्षेत्र में साहिल उर्फ गैबसू नाम के युवक के अपहरण और हत्या के मामले में वह मुख्य आरोपी रहा है। जांच में सामने आया कि साहिल, आरोपी की रिश्तेदार युवती से प्रेम करता था। घटना की रात जब साहिल युवती से मिलने गया, तो युवती के पिता और भाइयों — जिनमें नितेश भी शामिल था — ने साहिल को घर में बंद कर बेरहमी से पीटा, जिससे उसकी मौत हो गई। बाद में शव को हरियाणा के खरखौदा क्षेत्र के पास नहर में फेंक दिया गया। इस मामले में नितेश को 14 दिन की अंतरिम जमानत मिली थी, लेकिन वह फरार हो गया और अदालत ने उसे घोषित अपराधी घोषित कर दिया।
इसके अलावा, वर्ष 2017 में कान्हा थाना क्षेत्र (कंझावला, दिल्ली) में नितेश पर एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर विवाह करने और दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था। बाद में यह मामला रेप व पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज हुआ। गिरफ्तारी के बाद उसे जमानत मिली, लेकिन उसने अदालत में पेश होना बंद कर दिया, जिसके चलते उसे 3 सितंबर 2025 को घोषित अपराधी घोषित कर दिया गया।
क्राइम ब्रांच की जांच में यह भी सामने आया कि नितेश चोरी, लूट और धोखाधड़ी जैसे कई अन्य मामलों में भी शामिल रहा है। उसने अपराध की दुनिया में कदम छोटे-मोटे चोरी के मामलों से रखा था, लेकिन जल्द ही वह गंभीर अपराधों में लिप्त हो गया। वह 10वीं तक पढ़ा है, विवाहित है और एक बेटी का पिता है।
डीसीपी (क्राइम-IV) पंकज कुमार (IPS) ने टीम की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यह गिरफ्तारी न केवल एक बड़े अपराधी को पकड़ने में अहम है, बल्कि इससे फरार अपराधियों के मनोबल पर भी बड़ा असर पड़ेगा। दिल्ली क्राइम ब्रांच का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि फरार अपराधियों को कानून के शिकंजे में लाया जा सके।







