27 सितंबर 2024 को दिल्ली पुलिस मुख्यालय के आदर्श ऑडिटोरियम में एक अद्वितीय और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें मुंबई के प्रतिष्ठित डब्बावाला और अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. पवन अग्रवाल ने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के कर्मियों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन विशेष आयुक्त (ट्रैफिक, जोन-II) श्री अजय चौधरी, आईपीएस और डीसीपी/ट्रैफिक/मुख्यालय श्री शशांक जायसवाल, आईपीएस द्वारा किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य ट्रैफिक पुलिस कर्मियों में एकता की भावना को बढ़ावा देना और उन्हें डब्बावालों की असाधारण कहानी से प्रेरित करना था, जिन्हें मुंबई जैसे व्यस्त शहर में समय पर लंच डिलीवरी के लिए जाना जाता है।
इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ अधिकारियों ने शिरकत की, जिनमें विशेष आयुक्त पुलिस (जोन-I) श्री के. जगदेशन, आईपीएस, अतिरिक्त आयुक्त ट्रैफिक (जोन-II) श्री डी.के. गुप्ता, आईपीएस, डीसीपी/ट्रैफिक, एनडीआर श्री धल सिंह, डीसीपी/ट्रैफिक पश्चिमी रेंज श्री धीरेंद्र प्रताप सिंह, एसीपी/ट्रैफिक मुख्यालय श्री धीरेज नारंग आदि शामिल थे।
डॉ. पवन अग्रवाल, जो एक लेखक और शिक्षा विशेषज्ञ भी हैं, ने डब्बावालों की चुनौतियों और उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने डब्बावालों की अनुशासन, समय की पाबंदी और सेवा के प्रति समर्पण की प्रशंसा की, और इन मूल्यों को ट्रैफिक पुलिस के कर्तव्यों के साथ जोड़ा। अपने भाषण में, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपने काम में दक्षता और सेवा भावना के साथ जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, जो शहर के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
डॉ. अग्रवाल ने डब्बावालों के संगठित तरीके और समर्पण को ट्रैफिक पुलिस के कार्यों के साथ तुलना करते हुए यह संदेश दिया कि चुनौतियों का सामना करने के लिए धैर्य, सकारात्मक सोच और एक टीम के रूप में काम करना कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को उनके कर्तव्यों के प्रति नए जोश और उद्देश्य के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में एक इंटरैक्टिव सत्र भी हुआ, जहां ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने डॉ. अग्रवाल को उनकी प्रेरणादायक बातें साझा करने के लिए धन्यवाद दिया। डीसीपी शशांक जायसवाल ने इस अवसर पर कहा कि जिस प्रकार डब्बावालों की सेवा की प्रतिबद्धता है, उसी प्रकार ट्रैफिक पुलिस भी सड़क पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
यह कार्यक्रम एक प्रेरणादायक माहौल में समाप्त हुआ, जिससे पुलिसकर्मियों में नई ऊर्जा और एकता की भावना जागृत हुई।