
दिल्ली के सदर बाजार इलाके में एक 7 साल का बच्चा रास्ता भटक गया था, जो अपनी मां के पीछे-पीछे घर से निकला था लेकिन भीड़भाड़ में उसे खो बैठा। घबराया हुआ मासूम जब सदर थाना चौक के पास अकेला बैठा मिला तो एक व्यक्ति ने उसे थाना सदर बाजार पहुंचाया। बच्चा अपनी मां का नाम या पता ठीक से नहीं बता पा रहा था।
थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सहदेव सिंह तोमर के निर्देशन में एसआई तरुण कुमार, कांस्टेबल विपिन और महिला कांस्टेबल मंजू की टीम ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। बच्चे को कस्टडी में लेकर पहले उसे शांत करने के लिए खाने-पीने की चीजें दी गईं, फिर उसकी तस्वीर सोशल मीडिया ग्रुप्स, RWA, MWA और आसपास के थानों में साझा की गई। साथ ही मस्जिदों से अनाउंसमेंट कराए गए।
काउंसलिंग के दौरान बच्चे ने बताया कि उसकी मां मोतीया खान चौक के पास किसी बैग फैक्ट्री में काम करती है। पुलिस टीम ने वहां की फैक्ट्रियों में तलाश शुरू की और कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार बच्चे की मां को ढूंढ निकाला। सत्यापन के बाद बच्चे को उसके परिवार के हवाले कर दिया गया।
सिर्फ 5 घंटे में बच्चा अपने घर पहुंचा तो परिवार ने दिल्ली पुलिस का आभार जताया। यह घटना दिल्ली पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता का बेहतरीन उदाहरण है।