दिल्ली पुलिस की नॉर्थ जिले की एएटीएस टीम ने एक सक्रिय स्नैचिंग गैंग का पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये गैंग चोरी की मोटरसाइकिलों से मोबाइल स्नैचिंग और चोरी की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने इनके कब्जे से 52 चोरी के मोबाइल फोन और दो चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। साथ ही, मोबाइल फोन की लॉक पैटर्न तोड़कर उन्हें बेचने वाले दो आरोपियों को भी धर दबोचा गया है। इस कार्रवाई से मोटर वाहन चोरी और मोबाइल चोरी के कुल छह मामले सुलझ गए हैं।
पुलिस को 21 सितंबर को सूचना मिली थी कि कुछ लोग चोरी के मोबाइल लेकर सराय रोहिल्ला के दयाबस्ती रेलवे यार्ड रोड पर आने वाले हैं। जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह की देखरेख में एएसआई ओम प्रकाश और उनकी टीम ने वहां जाल बिछाया। शाम करीब 5:30 बजे चार लोग दो मोटरसाइकिलों पर आते दिखाई दिए। घेराबंदी कर सभी को दबोच लिया गया। जांच में पता चला कि दोनों मोटरसाइकिलें—बजाज पल्सर और होंडा ट्विस्टर—थाना सराय रोहिल्ला और थाना गोकुलपुरी से चोरी की गई थीं। तलाशी लेने पर उनके पास से 52 चोरी/स्नैचिंग के मोबाइल फोन मिले।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान वरुण कश्यप उर्फ चिंटू (27), किशन किशोर उर्फ शिवम (24), गौरव उर्फ किशन (33) और हामिद (32) के रूप में हुई। पूछताछ में सामने आया कि गौरव और वरुण मोटरसाइकिल चोरी कर मोबाइल स्नैचिंग करते थे, जबकि हामिद और किशन चोरी के मोबाइल बेचने का काम संभालते थे। हामिद का करोल बाग में मोबाइल रिपेयर का दुकान है, जहां से ये चोरी के मोबाइल को अनलॉक कर बेचते थे।
आरोपियों की प्रोफाइल भी चौंकाने वाली है। गौरव पहले चाबी के छल्ले बेचने का काम करता था और अब तक 25 मामलों—जैसे हत्या के प्रयास, लूट, स्नैचिंग और चोरी—में शामिल रह चुका है। वरुण, जो नशे का आदी है, अशोक विहार थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है और तीन मामलों में पहले भी पकड़ा जा चुका है। हामिद मोबाइल की दुकान चलाने के बहाने चोरी के फोन की खरीद-फरोख्त करता था। किशन किशोर पहले भी हत्या के प्रयास के एक मामले में गिरफ्तार हो चुका है।
बरामद 52 मोबाइल फोनों में से चार की चोरी के मामले हरि नगर, जनकपुरी, इंदरपुरी और विकासपुरी थानों से जुड़े पाए गए हैं, जबकि बाकी फोनों को अन्य अपराधों से जोड़ा जा रहा है।
डीसीपी नॉर्थ जिला राजा बंथिया ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और इनके नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश की जा रही है।







