नई दिल्ली, 17 अक्टूबर 2025: दिल्ली पुलिस की AATS (एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वॉड) टीम, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए दो कुख्यात स्नैचरों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में से एक के खिलाफ 70 से अधिक आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से 22 चोरी और झपटमारी में लूटे गए मोबाइल फोन और एक KTM बाइक बरामद की है, जो वारदातों में इस्तेमाल होती थी।
घटना 15 अक्टूबर की है जब आई.पी. एस्टेट थाने में झपटमारी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ मोटरसाइकिल पर चांदनी चौक से गुरुग्राम जा रहा था। सलिमगढ़ फ्लाईओवर के पास शाम करीब 7:49 बजे दो लड़के बिना नंबर प्लेट की KTM बाइक पर आए और उसका मोबाइल झपटकर फरार हो गए।
वारदात की गंभीरता को देखते हुए सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की एएटीएस टीम को जांच सौंपी गई। इंस्पेक्टर रघुवीर की निगरानी में और एसीपी सुलेखा जागरवार के मार्गदर्शन में एसआई सुरेन्द्र, एएसआई वीरेंद्र, एचसी राजवीर, एचसी हजारी, कॉन्स्टेबल ललित और महेन्दर की टीम गठित की गई।
टीम ने टेक्निकल और मैनुअल सर्विलांस के साथ-साथ आई.पी. एस्टेट, कमला मार्केट, पहाड़गंज और सदर बाजार क्षेत्रों के सैकड़ों CCTV फुटेज का बारीकी से विश्लेषण किया। हालांकि आरोपी हेलमेट पहने हुए थे और उनकी बाइक की नंबर प्लेट को जानबूझकर इस तरह लगाया गया था कि वह कैमरों में स्पष्ट न दिखे, लेकिन पुलिस ने हार नहीं मानी।
16 अक्टूबर को गुप्त सूचना मिली कि झपटमारी में शामिल आरोपी चोरी के मोबाइल फोन बेचने के लिए करोल बाग आ सकता है। टीम ने माता सुंदरि कॉलेज रोड के पास जाल बिछाया और मुखबिर की निशानदेही पर एक आरोपी को पकड़ने की कोशिश की। आरोपी ने भागने का प्रयास किया, लेकिन 100–200 मीटर की पीछा करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान समीर उर्फ कमरान उर्फ अर्जन (27 वर्ष, निवासी भजनपुरा) के रूप में हुई, जिसके पास से 20 मोबाइल फोन बरामद हुए। उसके साथी समीर (22 वर्ष, निवासी करावल नगर) से 2 मोबाइल फोन मिले। इस तरह कुल 22 मोबाइल फोन बरामद किए गए, जिनमें 3 झपटमारी, 1 चोरी और कुछ अन्य संदिग्ध फोन शामिल हैं।
जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी समीर @ कमरान @ अर्जन इस साल जनवरी में जेल से रिहा हुआ था और जल्द ही उसने फिर से आपराधिक गतिविधियां शुरू कर दीं। वह पहले से ही 1 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने और आगजनी के मामले में जाफराबाद थाने में वांछित था।
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पेशे से दर्जी है, लेकिन आर्थिक तंगी और बहन की शादी के लिए पैसों की जरूरत के चलते उसने स्नैचिंग का रास्ता चुना। अपने साथी समीर को वह प्रतिदिन 2000 रुपये देता था बाइक इस्तेमाल करने के लिए, भले ही वह वारदात में शामिल न हो।
दोनों आरोपियों ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों — कश्मीरी गेट, वजीराबाद, सिविल लाइंस, आई.पी. एस्टेट और जाफराबाद — में कई झपटमारी की वारदातों की बात कबूल की है। पुलिस ने अब तक कम से कम 13 मामलों को इनसे जोड़ने में सफलता पाई है।
सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी निधिन वल्सन (IPS) ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस की सतर्कता और टीमवर्क का परिणाम है। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी ताकि राजधानी में जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।







