
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात बाबा सफीदों गैंग के सक्रिय सदस्य और हथियार सप्लायर भोला शंकर को गिरफ्तार कर लिया है। यह अपराधी दिल्ली और हरियाणा में पांच मामलों में वांछित था और हाल ही में दिल्ली में 7.5 लाख रुपये मूल्य की विदेशी करेंसी लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था। पुलिस को इसकी लोकेशन मुंबई में मिली, जहां से यह दुबई भागने की फिराक में था।
भोला शंकर, हरियाणा के जींद जिले के मलार गांव का रहने वाला है और बाबा सफीदों गैंग के लिए अवैध हथियारों की सप्लाई करता था। यह 14 फरवरी 2025 को दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक करेंसी एक्सचेंज ऑफिस में घुसकर अपने साथियों के साथ लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गया था। इस घटना के बाद पुलिस ने दो आरोपियों दिपांशु और गौरव धनिया को गिरफ्तार कर उनके पास से चार अवैध हथियार बरामद किए, लेकिन भोला शंकर पुलिस की पकड़ से बच निकला था।
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने इस हाई-प्रोफाइल केस को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की तलाश शुरू की। टीम ने टेक्निकल और मैन्युअल सर्विलांस के जरिए उसकी लोकेशन का पता लगाया और अंततः उसे मुंबई के अंधेरी ईस्ट इलाके से धर दबोचा गया। इसके बाद पुलिस की टीम आरोपी को दिल्ली लेकर आई, जहां उससे गहन पूछताछ की गई।
पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि वह दिल्ली के अलावा हरियाणा में भी कई संगीन मामलों में शामिल था। वह अवैध हथियारों की तस्करी, कार लूट और अन्य आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था। इससे पहले हरियाणा पुलिस ने उसे फरवरी 2024 में दो अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद वह लगातार फरार था। इसके अलावा, वह थाईलैंड और वियतनाम भाग चुका था और फिर भारत लौटकर वारदातों को अंजाम दे रहा था।
भोला शंकर का अपराध की दुनिया में उतरना मोंटी उर्फ बंटी उर्फ बाबा के संपर्क में आने के बाद हुआ। मोंटी के इशारे पर उसके घर पर फायरिंग की गई थी, जिसके बाद उसने खुद भी अवैध हथियार रखने शुरू कर दिए। धीरे-धीरे वह हथियारों का सप्लायर बन गया और बाबा सफीदों गैंग का हिस्सा बन गया।
भोला शंकर को पकड़कर क्राइम ब्रांच ने न केवल दिल्ली में हुई लूट की गुत्थी सुलझा ली है, बल्कि हरियाणा में चल रहे अवैध हथियारों के नेटवर्क का भी भंडाफोड़ कर दिया है। पुलिस अब इस गैंग से जुड़े बाकी आरोपियों की तलाश में जुटी है।