
दिल्ली सचिवालय में आज का दृश्य बेहद खास रहा। कांवड़ सेवा समितियों के प्रतिनिधि ढोल-नगाड़ों के साथ उल्लासपूर्वक पहुंचे और मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता का भव्य स्वागत किया। वर्षों बाद ऐसा पहली बार हुआ जब कांवड़ समितियों की मांगों को गंभीरता से सुना गया और उन्हें समुचित सुविधाएं देने का भरोसा मिला।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घोषणा की कि इस सावन दिल्ली में आने वाले शिव भक्तों यानी कांवड़ियों का दिल्ली सरकार दिल से स्वागत करेगी। दिल्ली की सीमाओं पर उन्हें फूलों की वर्षा के साथ स्वयं मंत्री और विधायक स्वागत करेंगे। यह सरकार का पहला कांवड़ महोत्सव है और इसे सबसे अधिक सुविधाजनक और भव्य बनाने का संकल्प लिया गया है।
दिल्ली सरकार की ओर से आयोजित इस विशेष संवाद में कांवड़ सेवा समितियों के साथ दिल्ली के कला, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री कपिल मिश्रा, विधायक अनिल शर्मा, संजय गोयल, अजय महावर, प्रद्युम्न राजपूत, अभय वर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वच्छता, शौचालय, सुरक्षा, बिजली, प्रकाश और चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं में बड़ा सुधार किया गया है। अब कैंप्स को 72 घंटे के भीतर अनुमति मिलेगी और हर शिविर को 1200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। साथ ही यह भी आश्वासन दिया गया कि कांवड़ यात्रा के बाद लंबित भुगतान तीन महीने के भीतर कर दिए जाएंगे।
श्रीमती गुप्ता ने कहा कि सबसे छोटी सेवा समिति को भी पूरा सहयोग मिलेगा और इस बार का कांवड़ आयोजन प्रशासनिक स्तर पर अपनी तरह का पहला अनुभव होगा। दिल्ली सरकार शिव भक्तों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
कपिल मिश्रा ने कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा को जनभागीदारी का उदाहरण बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान के तहत सफाई को लेकर विशेष व्यवस्था होगी। मोबाइल टॉयलेट वैन, स्वागत द्वार और महिला भक्तों के लिए कम से कम 20 विशेष शिविरों की योजना भी तैयार की गई है।
ADM राकेश ने पंजीकरण प्रक्रिया की जानकारी दी और समय पर दस्तावेज जमा करने की अपील की। पंजीकरण की प्रक्रिया दिल्ली सरकार के ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल पर उपलब्ध गूगल फॉर्म के माध्यम से की जा सकती है।
अब शिव भक्तों को इधर-उधर भटकने की ज़रूरत नहीं, दिल्ली सरकार की विशेष टीम पूरी जिम्मेदारी उठाएगी।