
नई दिल्ली, 3 जून 2025 — दिल्ली सरकार ने राजधानी को बेरोजगारी मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। श्रम एवं रोजगार मंत्री कपिल मिश्रा की अध्यक्षता में आज दिल्ली सचिवालय में एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि सरकार का लक्ष्य है कि दिल्ली में कोई भी युवा बेरोजगार न रहे।
बैठक में डीआईसीसीआई, सीआईआई, पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स, तकनीकी शिक्षा विभाग, उच्च शिक्षा विभाग और दिल्ली टेक्निकल इंस्टीट्यूट के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस अहम बैठक में तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों क्षेत्रों में रोजगार के अधिकतम अवसर सृजित करने पर रणनीतिक चर्चा हुई।
कपिल मिश्रा ने कहा कि चाहे मजदूर हो या इंजीनियर, दिल्ली सरकार हर युवा को उसकी योग्यता के अनुरूप काम दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इसे एक क्रांतिकारी प्रयास करार दिया, जिससे न केवल युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था को भी नई रफ्तार मिलेगी।
सरकार अब औद्योगिक संगठनों, शैक्षिक संस्थानों और विभिन्न विभागों के सहयोग से एक ऐसा मजबूत नेटवर्क तैयार कर रही है, जो युवाओं को सीधे नियोक्ताओं से जोड़ेगा। मिश्रा ने बताया कि इस दिशा में जुलाई 2025 में एक विशाल जॉब मेले का आयोजन प्रस्तावित है, जो हजारों युवाओं को रोजगार के नए अवसर देगा।
वर्ष 2025-26 के बजट में भी रोजगार मेले के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। इस पहल के जरिए दिल्ली सरकार न सिर्फ रोजगार उपलब्ध कराना चाहती है, बल्कि युवाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का सपना भी साकार करना चाहती है।
यह पहल बताती है कि दिल्ली सरकार अब सिर्फ वादों की नहीं, बल्कि ठोस क्रियान्वयन की दिशा में आगे बढ़ रही है — और इसका उद्देश्य एक ही है: दिल्ली को बेरोजगारी से मुक्त और युवाओं को भविष्य की उम्मीद से भरपूर बनाना।