नई दिल्ली: दक्षिण-पूर्व जिला के एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड ने ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 28.634 किलो उच्च गुणवत्ता का गांजा, दो मोबाइल फोन, एक वजन मापने की मशीन और 10,200 रुपये नकद बरामद किए हैं। यह गांजा की हाल के दिनों में सबसे बड़ी बरामदगी मानी जा रही है।
‘नशा मुक्त भारत’ अभियान के तहत एंटी-नारकोटिक्स स्क्वाड की एक टीम का गठन किया गया था। टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर विष्णु दत्त ने किया और यह टीम एसीपी दिलीप सिंह की निगरानी में काम कर रही थी। दो महीने की मैनुअल और तकनीकी जांच के बाद 14 अक्टूबर को गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने अमर कॉलोनी स्थित आस्था कुंज पार्क के पास एक ठेले पर छापा मारा। आरोपी पन्नालाल मगरीया (52) को 1.456 किलो गांजा के साथ गिरफ्तार किया गया, जिसे वह पुड़िया बनाकर बेचने की तैयारी में था।
पुलिस ने इसके बाद पन्नालाल के संत नगर स्थित किराए के मकान पर भी छापा मारा, जहां से 12.078 किलो गांजा और बरामद हुआ। आरोपी ने इस मकान का इस्तेमाल गांजा पैक करने और बेचने के लिए किया था। आरोपी विकलांग है और अपनी शारीरिक स्थिति का फायदा उठाकर लंबे समय से ड्रग्स की तस्करी कर रहा था।
पुलिस ने पन्नालाल के मोबाइल फोन से ड्रग तस्करी से जुड़े साक्ष्य भी बरामद किए। अमर कॉलोनी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर संख्या 363/24 दर्ज कर जांच शुरू की गई।
पूछताछ के दौरान पन्नालाल ने खुलासा किया कि वह गांजा की सप्लाई मोहित प्रजापति उर्फ़ गुड्डू (32) से लेता था। तकनीकी निगरानी के आधार पर पुलिस ने 15 अक्टूबर को मोहित को गोविंदपुरी से गिरफ्तार किया। मोहित के कमरे से 15.10 किलो गांजा भी बरामद किया गया। मोहित पहले भी विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश में 80 किलो गांजा के मामले में शामिल रह चुका है।
दिल्ली पुलिस अब इस ड्रग सिंडिकेट की पूरी श्रृंखला को तोड़ने के लिए दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में छापेमारी कर रही है।