दिल्ली क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल ने राजधानी में प्रतिबंधित पटाखों की सप्लाई करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है और करीब 914 डिब्बे अवैध पटाखों के अलग-अलग स्थानों से बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान भगवती प्रसाद, उसके बेटे तरुण सिंगल और राजीव गोयल के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों से मिली गुप्त जानकारी के बाद एएसआई रतन और उनकी टीम ने पूरे मामले को खंगाला। जांच में सामने आया कि भगवती प्रसाद गुपचुप तरीके से पूर्वी दिल्ली और ट्रांस यमुना इलाकों में प्रतिबंधित पटाखों की सप्लाई कर रहा था। पुलिस ने एक ग्राहक बनकर उससे डील की और मंडोली इलाके में डिलीवरी के बहाने जाल बिछाया। देर रात करीब 11:45 बजे मंडोली के बैंक कॉलोनी रोड पर एक स्कूटी सवार को रोका गया। स्कूटी पर भगवती प्रसाद और उसका बेटा तरुण मौजूद थे। दोनों को तुरंत पकड़ लिया गया।
पूछताछ के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि वे नंद नगरी फाटक के पास एक दुकान चलाते हैं, जहां पटाखे रखे गए हैं। छापेमारी में वहां से 71 डिब्बों में 13 किस्म के पटाखे मिले। वहीं, आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने राजीव गोयल के गोदाम पर दबिश दी। वहां से 818 डिब्बे और 17 प्रकार के प्रतिबंधित पटाखे बरामद किए गए। पूछताछ में राजीव गोयल ने कबूल किया कि उसने ये पटाखे मेरठ से खरीदे थे।
क्राइम ब्रांच का कहना है कि तीनों आरोपी बड़े पैमाने पर सप्लाई नेटवर्क चला रहे थे और त्योहारों से पहले भारी मात्रा में माल स्टॉक कर रहे थे। फिलहाल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके सप्लाई चैन से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है।







