दिल्ली पुलिस की शाहदरा साइबर थाना टीम ने एक बड़े साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को यू.के. में बसे कोरियन बिजनेसमैन के रूप में पेश कर महिलाओं को जाल में फंसाता था। आरोपी की पहचान स्टेफ़ेन उर्फ के. सी. डॉमिनिक (29 वर्ष) के रूप में हुई है, जो अफ्रीकी नागरिक है और दिल्ली के तिलक नगर में रह रहा था।
मामला तब सामने आया जब शिकायतकर्ता अंजलि नाम की महिला ने पुलिस को बताया कि वह “हैलो टॉक” नामक भाषा-एक्सचेंज ऐप पर “डक यंग” नामक शख्स से जुड़ी। उसने खुद को लंदन में बसे कोरियन ज्वेलरी बिजनेसमैन के तौर पर पेश किया। विश्वास जमाने के बाद उसने झांसा दिया कि वह मुंबई एयरपोर्ट पर मेडिकल कार्ड न होने के चलते इमिग्रेशन अधिकारियों द्वारा रोका गया है। इसके बाद अंजलि को दो भारतीय मोबाइल नंबरों से कॉल आए, जिसमें खुद को इमिग्रेशन अधिकारी बताकर 48,500 रुपये की मांग की गई। महिला ने यह रकम ट्रांसफर कर दी, लेकिन जब 2 लाख रुपये और मांगे गए और उसने देने से इंकार किया, तो आरोपी ने सभी संपर्क तोड़ दिए।
शाहदरा साइबर टीम ने इंस्पेक्टर अमित धानी के नेतृत्व और एसीपी मोहिंदर सिंह के मार्गदर्शन में जांच शुरू की। तकनीकी निगरानी और बैंक व सोशल मीडिया से मिले सुरागों के आधार पर आरोपी को तिलक नगर से गिरफ्तार किया गया। उसके मोबाइल से “हैलो टॉक” ऐप पर वही फर्जी प्रोफ़ाइल बरामद हुई, जिसके जरिए वह महिलाओं को फंसाता था। जांच में सामने आया कि वह देशभर की 100 से ज्यादा महिलाओं से इसी तरह बातचीत कर उन्हें झांसे में ले चुका था।
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि आरोपी मूल रूप से नाइजीरिया का रहने वाला है और 2019 में आइवरी कोस्ट से पासपोर्ट बनवाकर भारत आया था। उसका वीज़ा खत्म होने के बाद भी वह अवैध रूप से दिल्ली में रह रहा था। भारत आने के बाद पैसों की तंगी के चलते उसने इस ठगी का रास्ता अपनाया और “डक यंग” नाम से फर्जी पहचान बनाकर शिकार तलाशने लगा।
पुलिस ने आरोपी से एक मोबाइल फोन बरामद किया है और अब यह जांच की जा रही है कि इस नेटवर्क में और कौन लोग शामिल हैं। शाहदरा पुलिस का कहना है कि आरोपी ने महिलाओं को झूठे वादों और फर्जी बिजनेस पार्टनरशिप का लालच देकर धोखा दिया।
दिल्ली पुलिस ने इस कामयाबी को एक बड़ी सफलता बताया है और टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।







