
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने लग्जरी कार चोरी गिरोह के एक वांछित सदस्य को चेन्नई से गिरफ्तार किया है। आरोपी यश देसाई पिछले दो वर्षों से फरार चल रहा था और अदालत ने उसे वर्ष 2024 में घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) घोषित किया था। वह टोयोटा फॉर्च्यूनर की चोरी के मामले में पश्चिम विहार ईस्ट थाने से वांछित था।
क्राइम ब्रांच की WR-II यूनिट लगातार ऐसे शातिर अपराधियों की धरपकड़ में लगी है। जनवरी 2023 में दिल्ली से चोरी हुई टोयोटा फॉर्च्यूनर महाराष्ट्र के पनवेल से बरामद की गई थी और गिरोह के दो सदस्य तब गिरफ्तार हुए थे। जांच में सामने आया कि कार यश देसाई के माध्यम से दक्षिण भारत भेजी गई थी, लेकिन वह तब से फरार था।
पुलिस टीम ने तकनीकी और मैनुअल निगरानी के जरिए आखिरकार चेन्नई से उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह 2020 से चोरी की कारों का धंधा कर रहा है। दिल्ली से चोरी की गई लग्जरी गाड़ियों को वह दक्षिण भारत में बेचवाता था। वर्ष 2023 में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उसकी गिरफ्तारी के दौरान 18 कारें बरामद की थीं, वहीं 2022 में कोल्हापुर पुलिस ने उसकी गैंग से 13 कारें जब्त की थीं।
यश देसाई कर्नाटक के बेलगाम का रहने वाला है और 12वीं तक पढ़ा है। वह पहले सेकंड हैंड कारों का कारोबार करता था, लेकिन जल्द कमाई के चक्कर में चोरी की कारों की बिक्री में उतर गया। पुलिस के मुताबिक, वह अक्सर पुलिस से बचने के लिए अपने घर के पास जंगल में छिप जाया करता था।
फिलहाल पुलिस उसे रिमांड पर लेकर आगे की पूछताछ कर रही है, जिससे गैंग के बाकी सदस्यों तक पहुंचा जा सके।