
दिल्ली सरकार के गृह, बिजली, शिक्षा व शहरी विकास मंत्री अशीष सूद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में “100 दिन सेवा के, 100 दिन विश्वास के” अभियान की उपलब्धियां गिनाईं। सूद ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में गरीबों और मध्यम वर्ग की बेहतरी के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं।
सूद ने बताया कि झुग्गियों के विकास के लिए रिकॉर्ड ₹700 करोड़ का बजट दिया गया है और वादा किया कि दिल्ली में कोई भी झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी। शिक्षा में बदलाव लाते हुए 75 सीएम श्री स्कूल, डिजिटल लाइब्रेरी, एआई-बेस्ड लर्निंग, और लैंग्वेज लैब्स की शुरुआत की गई है। निजी स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए ‘स्कूल ट्रांसपेरेंसी बिल’ लाया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के 2,500 मकान, जो वर्षों से खाली पड़े थे, उन्हें ₹43 करोड़ की लागत से गरीबों को रहने योग्य बनाया गया है। साथ ही, छात्रवृत्ति, डिजिटल शिक्षा, और निशुल्क ऑनलाइन कोचिंग के ज़रिए शिक्षा को सुलभ बनाया गया है।
बिजली के क्षेत्र में भी क्रांतिकारी बदलाव किए गए हैं। पीएम सूर्य घर योजना के तहत सब्सिडी ₹6,000 से बढ़ाकर ₹30,000 कर दी गई है। वहीं, बिजली कटौती की घटनाओं में भी लगातार कमी आई है।
सूद ने कहा कि दिल्ली को आदर्श शहर बनाने का संकल्प प्रधानमंत्री मोदी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के ‘अंत्योदय’ विचार से प्रेरित होकर लिया गया है। ये 100 दिन सिर्फ शुरुआत हैं, असली बदलाव अभी बाकी है।