
नई दिल्ली, 13 फरवरी 2025 – भारत सरकार का महत्वाकांक्षी 100-दिवसीय टीबी अभियान, जो 7 दिसंबर 2024 को शुरू हुआ था, अब अपने पूर्ण हो रहे 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में व्यापक प्रभाव डाल रहा है। दिल्ली ने इस पहल में नेतृत्व करते हुए एक्स-रे जांच को प्राथमिक उपकरण के रूप में अपनाया, जिससे अब तक 59% संवेदनशील आबादी की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
यह अभियान विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले समूहों पर केंद्रित है, जिनमें वृद्ध, मधुमेह रोगी, शराब और तंबाकू उपयोगकर्ता, कुपोषित लोग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग शामिल हैं। इसके माध्यम से बिना लक्षण वाले टीबी मामलों की पहचान की जा रही है और उन्हें शीघ्र उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।
टीबी की गुप्त स्थितियों की पहचान में भी सफलता प्राप्त हुई है, जिनके लिए अब CyTB जैसे परीक्षण विधि का उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही सरकार द्वारा मुफ्त टीबी परीक्षण और उपचार योजनाओं जैसे नि-क्षय पोषण योजना के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
समुदाय को इस अभियान में शामिल करने के प्रयास भी लगातार जारी हैं, जिससे टीबी से जुड़े सामाजिक कलंक को खत्म किया जा सके। प्रमुख संस्थानों जैसे कथक केंद्र कॉलेज, रामजस इंटरनेशनल स्कूल और कई सरकारी व निजी संस्थान इस मुहिम का हिस्सा बनकर टीबी जागरूकता फैला रहे हैं। साथ ही, एलायंस एचआईवी/एड्स संगठन भी ट्रांसजेंडर व्यक्तियों और अन्य समूहों के साथ मिलकर टीबी जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है।
यह 100-दिवसीय अभियान 23 मार्च 2025 तक जारी रहेगा और यह संदेश देगा कि टीबी एक रोके जाने योग्य और इलाज योग्य बीमारी है।
आइए, हम सभी इस अभियान का हिस्सा बनें और टीबी को समाप्त करने की दिशा में कदम बढ़ाएं।