
नई दिल्ली, 25 फरवरी 2025 – दिल्ली के गृह, शिक्षा, ऊर्जा और शहरी विकास मंत्री ने आज विधानसभा में पूर्व सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने हाल ही में जारी CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि यह रिपोर्ट भाजपा के लंबे समय से उठाए जा रहे शराब घोटाले और अन्य वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों को सही साबित करती है।
मंत्री ने बताया कि नई आबकारी नीति के तहत डिस्ट्रीब्यूटरों को 12% लाभ मार्जिन दिया गया, जबकि पहले यह 5% था, जिससे आबकारी विभाग को करीब ₹890 करोड़ का नुकसान हुआ। इसके अलावा, सरकार के खर्चों में भारी असंतुलन का भी खुलासा हुआ। मंत्री ने आंकड़ों के जरिए दिखाया कि जनता के कल्याण से ज्यादा बजट विज्ञापन और प्रचार पर खर्च किया गया।
उन्होंने कहा कि बाल कल्याण पर ₹54 करोड़ खर्च किए गए, जबकि विज्ञापन पर ₹150 करोड़ बहा दिए गए। इसी तरह, हैप्पीनेस फेस्टिवल पर ₹ 20 करोड़ और उसके प्रचार पर ₹28 करोड़, मेंटरशिप प्रोग्राम पर ₹2 करोड़ और विज्ञापन पर ₹26 करोड़, देशभक्ति महोत्सव पर ₹12 करोड़ और उसके प्रचार पर ₹22 करोड़ खर्च किए गए।
मंत्री ने इन आंकड़ों को जनता के साथ धोखा बताते हुए सभी लंबित रिपोर्टों को विधानसभा में पेश करने की मांग की, ताकि इन मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हो सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करेगी और जिन्होंने जनता के पैसे की लूट की है, उन्हें कानून के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।