
नई दिल्ली, 19 मार्च 2025 – दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आज ‘वर्ष के सर्वश्रेष्ठ विधायक’ पुरस्कार की घोषणा की, जो विधायकों के उत्कृष्ट विधायी प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए शुरू किया गया है। इस पुरस्कार के लिए विधायकों की संसदीय बहस में भागीदारी, सदन में उपस्थिति और अनुशासन को प्रमुख मानदंड बनाया गया है। इस मौके पर विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिस्ट भी उपस्थित रहे।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस पहल को लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार विधायकों को संसदीय मर्यादा और सार्थक चर्चाओं में योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा, जिससे दिल्ली विधानसभा एक आदर्श सदन के रूप में स्थापित हो सके।
इस घोषणा के साथ ही, दिल्ली विधानसभा में नव-निर्वाचित विधायकों के लिए आयोजित दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम भी चर्चा में रहा। संसदीय अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (PRIDE) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विधायकों को संवैधानिक प्रावधानों, कार्य संचालन नियमों, प्रश्नकाल की प्रक्रियाओं और विधायी प्रस्तावों पर विस्तृत जानकारी दी गई। विशेषज्ञों के व्याख्यान और संवाद सत्रों ने विधायकों को सुशासन और प्रभावी नीति निर्माण की बारीकियों से अवगत कराया।
कार्यक्रम की सफलता पर संतोष जताते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण सत्र विधायकों को आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करेंगे, जिससे वे जनता की अधिक प्रभावी सेवा कर सकेंगे। दिल्ली विधानसभा ने अपने विधायकों की क्षमता निर्माण और लोकतांत्रिक संस्थाओं को मजबूत करने के लिए यह प्रयास किया है, ताकि राष्ट्रीय राजधानी में सुशासन और जवाबदेही सुनिश्चित हो सके।