दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले की साइबर पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को नामी कार सेल्स कंपनी का मैनेजर बताकर लोगों से ठगी करता था। आरोपी ने भगीरथी विहार, नई मुस्तफाबाद निवासी ताहिर नामक कबाड़ी व्यापारी से कबाड़ बेचने के नाम पर 50 हजार रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपी के पास से अपराध में इस्तेमाल मोबाइल फोन बरामद कर लिया है, साथ ही उस बैंक खाते को भी फ्रीज कर दिया गया है जिसमें ठगी की रकम जमा कराई गई थी।
मामला 29 जुलाई 2025 का है, जब पीड़ित ताहिर की मुलाकात एक व्यक्ति से हुई। उसने अपना नाम विनोद शर्मा बताया और खुद को एक बड़ी कार सेल्स कंपनी का मैनेजर बताया। आरोपी ने सस्ते दामों पर कार का स्क्रैप बेचने की पेशकश की। भरोसा दिलाने के बाद ताहिर ने 10 हजार रुपये एडवांस के रूप में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
कुछ दिनों बाद आरोपी ने दोबारा ताहिर से संपर्क किया और एक और लॉट स्क्रैप बेचने की बात कही। ताहिर ने साइट पर जाकर स्क्रैप देखा और माल उठाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था कर ली। मौके पर आरोपी ने पहले 40 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने की शर्त रखी। ताहिर ने राशि भेज दी, लेकिन जैसे ही वह स्क्रैप लेने अंदर पहुंचे, कंपनी के कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि उन्होंने कोई भुगतान प्राप्त नहीं किया है। तभी आरोपी का फोन भी स्विच ऑफ मिला।
शिकायत मिलने पर साइबर थाना उत्तर-पूर्व की टीम ने SHO के नेतृत्व में तकनीकी जांच शुरू की और आरोपी को बदरपुर से दबोच लिया। उसकी पहचान रमन अरोड़ा (39 वर्ष), निवासी सेक्टर-10, फरीदाबाद, हरियाणा के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला कि वह पहले भी इसी तरह की धोखाधड़ी में शामिल रह चुका है।
डीसीपी नॉर्थ-ईस्ट अशिष मिश्रा ने बताया कि आरोपी के बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं और आगे की जांच जारी है।







