
नई दिल्ली में समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इंद्राज सिंह ने नरेला के मामूरपुर में मानसिक रूप से दिव्यांगों के लिए प्रस्तावित शेल्टर होम की भूमि का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डीमार्केशन का काम जल्द शुरू किया जाए और किसी भी अतिक्रमण को हटाकर निर्माण से जुड़ी कानूनी औपचारिकताएँ पूरी की जाएं।
समाज कल्याण विभाग की 09 एकड़ भूमि पर बनने वाले इस शेल्टर होम में दिव्यांगों के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यहां पर्याप्त रोशनी वाला भवन, सेंसरी पार्क और उनकी जरूरतों के अनुसार अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी। यह नया कॉम्प्लेक्स आशा किरण होम्स में क्षमता से अधिक रह रहे लोगों के लिए एक नया विकल्प बनेगा।
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हाल ही में रोहिणी स्थित आशा किरण होम का निरीक्षण किया था और राज्य के मौजूदा शेल्टर होम्स के नवीनीकरण व नए भवनों के निर्माण को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए थे। इस दिशा में सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय बनाकर काम करने के लिए कहा गया है।
सरकार दिव्यांगों को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस नए शेल्टर होम के निर्माण से दिव्यांगों को न केवल सुरक्षित आवास मिलेगा, बल्कि उनकी विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जीवन स्तर भी बेहतर होगा।