
नई दिल्ली, 14 मई 2025:
दिल्ली के परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित DTC बोर्ड बैठक में राजधानी के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को आधुनिक, स्वच्छ और डिजिटल बनाने को लेकर कई अहम फैसले लिए गए। बैठक में ईवी चार्जिंग नेटवर्क के विस्तार से लेकर स्मार्ट किराया प्रणाली, मल्टीलेवल पार्किंग और प्रदूषण जांच केंद्र तक के प्रस्तावों पर चर्चा हुई।
डॉ. पंकज सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि राजधानी के नागरिकों को एक विश्वसनीय, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल यातायात व्यवस्था मिले। EV चार्जिंग नेटवर्क को मजबूत करने के लिए राजघाट डिपो में पांच करोड़ रुपये की लागत से चार्जिंग स्टेशन स्थापित किया जाएगा, जिससे दिल्ली को EV राजधानी बनाने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाए जा सकें।
DTC जल्द ही UPI और कार्ड-आधारित टिकटिंग सेवा की शुरुआत करेगा, जिससे टिकट प्रिंटिंग का खर्च घटेगा और वित्तीय बोझ भी कम होगा। राजघाट, हसनपुर और कालकाजी डिपो में इसका पायलट प्रोजेक्ट पहले ही शुरू हो चुका है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक बसों के किराये में विशेष छूट विभिन्न एजेंसियों को दी जाएगी, जिससे दिल्ली पुलिस, सरकारी और निजी संस्थान, यहां तक कि फिल्म निर्माता भी इन बसों का उपयोग कर सकेंगे।
बोर्ड बैठक में बाबा बंदा बहादुर मार्ग और सुखदेव विहार डिपो को मल्टीलेवल पार्किंग व कमर्शियल हब के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव भी पास हुआ। यह प्रोजेक्ट सरकारी कंपनी EPIL द्वारा बिना किसी अतिरिक्त वित्तीय भार के तैयार किया जाएगा।
साथ ही, नए वाहन फिटनेस और प्रदूषण जांच केंद्र की स्थापना से हर साल 72,000 वाहनों की जांच संभव हो सकेगी, जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार और नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित होगा।
दिल्ली सरकार अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जुड़े कर्मियों और आम नागरिकों के लिए सात नए ट्रेनिंग कोर्स भी शुरू करने जा रही है, जिससे सुरक्षा, सेवा और संचालन को बेहतर बनाया जा सकेगा। इससे न केवल सेवा की गुणवत्ता बढ़ेगी बल्कि DTC को 3.5 करोड़ रुपये की आमदनी भी होगी।
डॉ. पंकज सिंह ने स्पष्ट किया कि यह केवल परिवहन सुधार नहीं, बल्कि दिल्ली के भविष्य का निर्माण है। बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल सेवाएं और हरित ऊर्जा के समावेश से दिल्ली देश की सबसे स्मार्ट और ईको-फ्रेंडली ट्रांसपोर्ट व्यवस्था वाली राजधानी बनने की ओर अग्रसर है।