एफएसएसएआई की ईट राइट इंडिया पहल के अनुरूप, हर्बललाइफ ने द ललित, नई दिल्ली में फूड सेफ्टी समिट 2024 का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम का प्रबंधन द रेड कार्पेट वेंचर्स द्वारा किया गया था, जिसमें टेक्नोलॉजी, वर्कप्लेस वेलनेस और उपभोक्ता सशक्तिकरण के माध्यम से फूड सेफ्टी इकोसिस्टम को मजबूत करने पर विचार-विमर्श करने के लिए नियामकों, उद्योग के प्रमुखों, शिक्षाविदों और उपभोक्ता संगठनों सहित प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाया गया था।
शिखर सम्मेलन की शुरुआत मुख्य अतिथि श्रीमती इनोशी शर्मा आईआरएस, कार्यकारी निदेशक, एफएसएसएआई के दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। उद्घाटन सत्र में मानसिक स्वास्थ्य के महत्व पर आयकर आयुक्त श्रीमती शुभ्रता प्रकाश, आईआरएस और खाद्य-संबंधी रुझानों पर नवीनतम एनएसएसओ डेटा से अर्थशास्त्री डॉ. मुदित कपूर ने बहुमूल्य इनसाइट्स प्रदान किए।
समिट में हर्बललाइफ इंडिया के एमडी श्री अजय खन्ना ने कहा, “नेशनल फूड सेफ्टी समिट 2024 भारत की महत्वपूर्ण पोषण और खाद्य सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने में सहयोग की शक्ति का एक उल्लेखनीय प्रमाण है। हर्बललाइफ में हम ‘ईट राइट इंडिया अभियान’ के परिवर्तनकारी दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए एफएसएसएआई के साथ सहयोग पर गर्व करते हैं। हमारे संयुक्त प्रयासों के माध्यम से हमने कार्यस्थलों, परिसरों और संस्थानों को सेफ, सस्टेनेबल और न्यूट्रिशियस फूड प्रैक्टिसेस के मॉडल में सफलतापूर्वक बदल दिया है। इससे लाखों लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। यह समिट केवल एक सभा नहीं है, बल्कि इनोवेशन और प्रगति का उत्प्रेरक है। कार्यस्थल पर खाने-पीने की आदतों और फूड सेफ्टी में एआई का लाभ उठाने जैसी रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करके हमारा उद्देश्य सार्थक संवाद और कार्रवाई योग्य इसाइट्स को बढ़ावा देना है। समावेशिता, स्थिरता और व्यवहार परिवर्तन के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता स्वस्थ आहार आदतों के महत्व और हमारे देश के समग्र विकास में उनकी भूमिका को रेखांकित करती है। हर्बललाइफ एफएसएसएआई के साथ इस महत्वपूर्ण मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अपने समर्पण में दृढ़ है, जिससे एक स्वस्थ, अधिक जागरूक भारत सुनिश्चित होता है।”
श्री जूलियन कैचियोली, ग्लोबल कॉर्पोरेट अफेयर्स के वाइस प्रेसिडेंट – ईएमईए और भारत – हर्बललाइफ ने भारत में खाद्य सुरक्षा पहलों का समर्थन करने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। शिखर सम्मेलन में खाद्य क्षेत्र में स्वास्थ्य, नवाचार और उपभोक्ता सशक्तिकरण पर महत्वपूर्ण चर्चाएँ हुईं। सुश्री भुवनेश्वरी बालासुब्रमण्यम के नेतृत्व में “माइंडफुल ईटिंग एट वर्क” पर एक सेशन में कर्मचारी उत्पादकता को बढ़ाने में कार्यस्थल पर पौष्टिक भोजन और जागरुकता अभियानों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया। श्री एस. शरद राव द्वारा संचालित एक अन्य सत्र “अनलीशिंग द पोटेंशियल ऑफ एआई इन द फूड सेक्टर” ने बढ़ी हुई ट्रेसबिलिटी और अनुपालन के माध्यम से खाद्य सुरक्षा पर एआई के परिवर्तनकारी प्रभाव की खोज की, जिसमें सार्वजनिक-निजी भागीदारी पर जोर दिया गया। अंत में श्री राकेश कुमार ने “एम्पॉवरिंग कंज्यूमर्स” पर एक सत्र का नेतृत्व किया, जिसमें स्पष्ट फूड लेबलिंग, उपभोक्ता शिक्षा और उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए विपणन दावों को नियामक मानकों के साथ संरेखित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
लोगों में राजनीतिक नेता, खाद्य नियामक, एफबीओ और एआई प्रदाता, उद्योग पेशेवर, शैक्षणिक पेशेवर और छात्र शामिल थे। फूड सेफ्टी समिट 2024 ज्ञान के आदान-प्रदान और सहयोग के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। यह कार्यक्रम कार्रवाई योग्य अंतर्दृष्टि के साथ संपन्न हुआ और एक सुरक्षित, स्वस्थ और अधिक पारदर्शी खाद्य पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में सहयोग को मजबूत किया।