भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया है। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम इंडिया ने पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। नवी मुंबई के डॉ. डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर यह गौरव हासिल किया।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने महिला टीम के लिए 51 करोड़ रुपये की इनामी राशि की घोषणा की है। यह इनाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा दी जा रही पुरस्कार राशि से भी अधिक है। आईसीसी की ओर से टूर्नामेंट विजेता टीम को 4.48 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 39.78 करोड़ रुपये मिलेंगे, जबकि बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के प्रयास और देश को गौरवान्वित करने के जज़्बे को देखते हुए इससे बड़ी राशि देने का फैसला किया है।
2005 और 2017 में टीम इंडिया फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन जीत से कुछ कदम दूर रह गई थी। हालांकि, 2025 का यह साल भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है। घरेलू मैदान पर आठ टीमों के इस टूर्नामेंट में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए न केवल खिताब जीता, बल्कि करोड़ों भारतीयों के दिल भी जीत लिए।
हरमनप्रीत कौर की कप्तानी और खिलाड़ियों के संघर्ष ने यह साबित कर दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट अब किसी भी टीम से कम नहीं। बीसीसीआई का यह कदम खिलाड़ियों के हौसले को और ऊँचा करेगा तथा देश में महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने में मदद करेगा।







