
रोहिणी (दिल्ली) – रॉक्सफील्ड पब्लिक स्कूल, बवाना का वार्षिकोत्सव ‘सत्यमेव जयते 2025’ भव्यता के साथ आयोजित हुआ, जहां शिक्षा, संस्कार और संस्कृति का अद्भुत समागम देखने को मिला। दिल्ली के टेकनिया ऑडिटोरियम में आयोजित इस समारोह में बच्चों ने शानदार प्रस्तुतियों से समा बांध दिया। पारंपरिक नृत्यों से लेकर देशभक्ति, पर्यावरण संरक्षण और पौराणिक कथाओं पर आधारित प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विशेष रूप से ‘कल्कि अवतार’ पर आधारित प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि पहुंचे एनएनएस मीडिया ग्रुप के चेयरमैन राजेश गुप्ता ने इस आयोजन की सराहना करते हुए इसे बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। ‘साथ चले फाउंडेशन’ की निदेशक सीमा तोमर ने स्कूल की शिक्षा प्रणाली की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह आधुनिक शिक्षा के साथ भारतीय संस्कारों को भी सहेज रहा है। वरिष्ठ स्तंभकार ललित गर्ग ने शिक्षा और संस्कारों को जोड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा को साकार करने में स्कूल की भूमिका को सराहनीय बताया। वहीं, स्वर्ण भारती पब्लिक स्कूल की अध्यक्ष सीमा दलाल ने कहा कि बवाना जैसे क्षेत्र में इतनी उत्कृष्ट शिक्षा प्रणाली देना बड़ी उपलब्धि है।
समारोह के दौरान शिक्षा, समाज सेवा, महिला सशक्तिकरण और पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली चार हस्तियों को ‘रॉक्सफील्ड नेशनल अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। वरिष्ठ स्तंभकार ललित गर्ग को समाज सेवा में योगदान के लिए, वरिष्ठ अधिवक्ता वंदना ओबरॉय को गरीब महिलाओं के उत्थान के लिए, आज तक न्यूज चैनल के पत्रकार राजेश खत्री को पत्रकारिता में विशिष्ट योगदान के लिए और शिक्षिका रीना सांगवान को शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए यह सम्मान प्रदान किया गया।

इस आयोजन में ग्रो हाई इंटरनेशनल स्कूल के अध्यक्ष चिराग गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर पाल, मदर्स प्राइड स्कूल रोहिणी सेक्टर 17 के अध्यक्ष नितेश राणा, होली रे पब्लिक स्कूल की अध्यक्ष बबीता गुप्ता सहित बड़ी संख्या में अभिभावक और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
परंपरागत दीप प्रज्वलन के साथ इस भव्य समारोह की शुरुआत हुई, जिसने यह साबित किया कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह बच्चों को नैतिकता, जीवन मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारी से भी जोड़ती है। रॉक्सफील्ड पब्लिक स्कूल अपने मजबूत शैक्षणिक ढांचे और संस्कारों की शिक्षा के जरिए आने वाली पीढ़ी को जिम्मेदार नागरिक बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है।