— स्ट्रोक की वजह से मस्तिष्क प्रभावित होता है, और मस्तिष्क में खून रिस कर जम जाता है,या ब्लड का फ्लो ब्लॉक हो जाता है, जिसका शरीर के अंगो पर असर पड़ता है l
वर्ल्ड स्ट्रोक डे के मौके पर बुधवार को शाहदरा डिस्ट्रिक में स्थित जीटीबी अस्पताल की लाइब्रेरी में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया l कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडीकल साइंसेज और जीटीबी अस्पताल ने मिलकर किया था l जिसमे ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के उपाय बताने के साथ सावधानियों पर भी प्रकाश डाला गया, ताकि लोगों में ब्रेन स्ट्रोक की समस्या के प्रति जागरूकता बढ़े और और लोग इस बीमारी के लक्षणों को समझकर इसके सही इलाज के लिए सही अस्पताल में समय से पहुंच सके l इस कार्यक्रम की थीम थी ” एव्री मिनट काउंट” मतलब इस बीमारी में प्रत्येक मिनट कीमती है l मरीज को समय से उपचार न मिलने से यह बीमारी जटिल रूप ले सकती है l कार्यक्रम में बताया गया कि स्ट्रोक रोकने के लिए खान-पान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है, स्ट्रोक से बचने के लिए फल-सब्जियां, चाय, साबुत अनाज, बीन्स, नट्स, सैल्मन मछली, जैतून ऑयल, ओट्स का सेवन जरूर करना चाहिए l जबकि मक्खन, नमक, शराब, फुल फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट, रेड मीट, सोडा, पैकेट सूप, केक बिस्किट, सॉसेज, प्रोसेस्ड और रेडीमेड फूडस और केचप के सेवन से बचना चाहिए l
जीटीबी अस्पताल के न्यूरो डिपार्टमेंट के एचओडी गुरुबचन सिंह ने बताया दो तरह के होते है, जिसमे पहला हेमोरेजिक स्ट्रोक होता है जिसमे कमजोर वेसल वॉल की परत फट जाती है और मस्तिष्क में ब्लीडिंग होती है l दूसरा इस्केमिक स्ट्रोक होता है, जिसमे रुकावट की वजह से दिमाग के एक हिस्से में ब्लड फ्लो ब्लॉक हो जाता है l स्ट्रोक के लक्षण मुंह टेढ़ा होना, बोलने में परेशानी, हाथ कमजोर होना, चेहरा लटकना, चलते समय संतुलन बनाने में परेशानी आदि है, जैसे ही यह लक्षण दिखाई दे जल्द से जल्द ऐसे अस्पताल में पहुंचना चाहिए जहां न्यूरो विभाग हो ताकि मरीज को शीघ्र से शीघ्र इलाज मिल सके l डॉ प्रवीण (एएमएस जीटीबी ) ने बताया सर्दी के मौसम में स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है क्योकि शरीर में तरलता की कमी हो जाती है, जिस वजह से खून गाढ़ा होने लगता है, जीवन शैली में परिवर्तन आता है लोग ज्यादातर समय बेड़ पर बिताते है जिस वजह से सर्दी के मौसम में बीस प्रतिशत तक स्ट्रोक में मरीज बढ़ जाते है l डॉ कुलदीप ( प्रोफेसर मेडिसिन ) ने बताया जीटीबी अस्पताल में इमरजेंसी में रोजाना आने वाले मरीजों में पांच से दस प्रतिशत स्ट्रोक के पेसेंट होते है,और सर्दियों में इनकी संख्या बढ़ जाती है l
कार्यक्रम के दौरान क्वीन ग्लोबल इंटरनेशनल स्कूल और हंसराज स्मारक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों और छात्राओं ने अपने हाथो ने स्ट्रोक से बचाव सम्बंधित स्लोगन लेकर जीटीबी के आस-पास लोगों को जागरूक करते हुए पद यात्रा निकाली, जिसके बाद जिस छात्र या छात्रा का स्लोगन सबसे अच्छा था उनको प्राइज दिया गया l
कार्यक्रम में समाजसेवी जितेंद्र सिंह शंटी, विधायक वीरसिंह धिंगान, पार्षद चन्द्रप्रकाश शर्मा, पार्षद वीरसिंह पंवार, पार्षद बहन प्रीति, पार्षद रितेश सूजी अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि डॉ अजय शर्मा, डॉ अभिनव बंसल, डॉ रूचि, डॉ चंदन ने वक्ता के रूप में उपस्थित होकर लोगो को स्ट्रोक से बचाव के उपाय बताए l







