
दिल्ली के शाहदरा में ₹1 करोड़ की बड़ी चोरी की गुत्थी पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा ली। घटना 14 मार्च 2025 की है, जब पीड़ित संजय गुप्ता अपने परिवार के साथ होली मनाने के लिए गुरुग्राम गए थे। उन्होंने कुछ दिन पहले ही एक नौकर नागार्जुन को प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए घर पर काम पर रखा था। जब 15 मार्च को परिवार वापस लौटा, तो घर के दरवाजे के ताले टूटे मिले और अलमारी व बिस्तरों में रखे 6 लाख रुपये नकद, 5 हीरे के हार, 5 सोने के हार, 4 सोने की चेन, 11 सोने की अंगूठियां, 4 जोड़ी सोने की चूड़ियां सहित कुल मिलाकर करीब ₹1 करोड़ की ज्वेलरी और कैश गायब था। साथ ही, नागार्जुन अपने साथ स्कूटी भी ले गया।
शाहदरा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस केस की गंभीरता को देखते हुए शाहदरा पुलिस की क्रैक टीम, स्पेशल स्टाफ, एसटीएफ और टीएसटी की संयुक्त टीम को जांच में लगाया गया। सीसीटीवी फुटेज के साथ-साथ लोकल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर जांच को आगे बढ़ाया गया। जांच के दौरान यह सामने आया कि मकान मालिक ने नौकर की पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराई थी और उसने फर्जी आधार कार्ड और फर्जी आईडी से सिम कार्ड भी एक्टिवेट किए थे।
कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने लाडो सराय इलाके में छापेमारी कर मुख्य आरोपी सुरेश मलिक उर्फ नागार्जुन (21) को गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर उसके साथी रोहित कुमार मलिक (29) को भी धर दबोचा गया। रोहित पहले भी चोरी के मामलों में संलिप्त पाया गया था और वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका था। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की गई ज्वेलरी, कैश और स्कूटी बरामद कर ली है।
इस पूरे ऑपरेशन को डीसीपी शाहदरा, प्रशांत गौतम के नेतृत्व में अंजाम दिया गया। शाहदरा पुलिस की इस तेज़ कार्रवाई ने एक बार फिर दिखा दिया कि अपराधी कितने भी शातिर क्यों न हों, कानून की पकड़ से बच नहीं सकते। फिलहाल पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है।