
दिल्ली के शिक्षा, उच्च शिक्षा, प्रशिक्षण एवं तकनीकि शिक्षा मंत्री श्री आशीष सूद ने आज नरेला विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया और क्षेत्र के विकास कार्यों की समीक्षा की। इस निरीक्षण में स्थानीय विधायक, शिक्षा निदेशक और अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
श्री सूद ने सबसे पहले नरेला स्थित दमकल केंद्र का जायजा लिया, जो वर्षों से अनुपयोगी पड़ा हुआ था। उन्होंने अग्निशमन विभाग को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द साफ-सफाई और निर्माण कार्य कर इसे क्रियाशील बनाया जाए। उन्होंने कहा कि बाजार क्षेत्र में स्थित इस केंद्र में एक बड़ी और एक छोटी फायर टेंडर की तैनाती जरूरी है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
इसके बाद शिक्षा मंत्री ने बांकनेर गांव में स्कूल निर्माण के लिए प्रस्तावित जमीन का निरीक्षण किया। स्थानीय लोगों की आपत्तियों को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने पाया कि वह स्थान विद्यालय निर्माण के लिए उपयुक्त नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि वह भूमि ग्राम सभा की है, वहां पहुंचने का रास्ता मुश्किल है और बरसात में जलभराव की समस्या होती है। इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए मंत्री ने शिक्षा निदेशक को आदेश दिया कि बांकनेर में प्रस्तावित स्कूल की जगह को रद्द कर आसपास किसी उपयुक्त स्थान की तलाश करें और एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार के मौजूदा कार्यकाल में ही नया स्कूल बनकर तैयार हो जाएगा।
श्री सूद ने सिंघु बॉर्डर रोड स्थित कॉलेज के लिए आवंटित भूमि का भी सर्वेक्षण किया। उन्होंने स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज के प्रिंसिपल को निर्देश दिया कि वे दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर के माध्यम से भूमि के विकास कार्यों के लिए शिक्षा निदेशालय को पत्र लिखें। साथ ही उन्होंने कॉलेज के विस्तार के तहत महिला कॉलेज खोलने का सुझाव भी दिया।
निरीक्षण के अंत में शिक्षा मंत्री ने राजीव गांधी खेल परिसर का दौरा किया और उसमें मौजूद कमियों को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए, ताकि परिसर का बेहतर उपयोग हो सके।
इस दौरे के दौरान मंत्री आशीष सूद ने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा और आधारभूत ढांचे को मजबूत करना है, ताकि नरेला क्षेत्र में छात्र-छात्राओं को उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं मिल सकें।