
आईपीयू का दक्षिण कोरिया के अंतर्राष्ट्रीय टीका संस्थान के साथ एमओयू (समझौता ) हुआ जिसमें अनुसंधान, प्रशिक्षण और उपकरण विकास शामिल हैं : गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय (आईपीयू) ने दक्षिण कोरिया के प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय टीका संस्थान (आईवीआई) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस एमओयू पर आईपीयू के रजिस्ट्रार डॉ. कमल पाठक और आईवीआई के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) जेरोम एच. किम ने हस्ताक्षर किए।
इस समझौते का उद्देश्य टीका अनुसंधान से संबंधित क्षेत्रों में सहयोगी साझेदारी स्थापित करना है, जिसमें अनुसंधान, प्रशिक्षण और उपकरण विकास शामिल हैं। दोनों संस्थान संयुक्त रूप से वैज्ञानिक और तकनीकी समीक्षा में शामिल होंगे और टीका अनुसंधान और विकास में परामर्श सेवाएं प्रदान करेंगे।
दोनों संस्थान संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों, इंटर्नशिप और फैकल्टी, शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए आदान-प्रदान के अवसरों के लिए भी सहयोग करेंगे। इसके अलावा, वे टीकों से संबंधित विभिन्न विषयों पर कार्यशालाओं, सेमिनारों और सम्मेलनों का सह-आयोजन करेंगे, जिससे इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में ज्ञान साझा करना और क्षमता निर्माण मजबूत होगा।
इस अवसर पर बोलते हुए, आईपी यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. (डॉ.) महेश वर्मा ने कहा कि यह समझौता नवीन टीकों के अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत करेगा।
आईवीआई से प्रो. (डॉ.) जेरोम किम ने भी इस अवसर पर एक मजबूत और स्थायी सहयोगी संबंध बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
इस समारोह में यूएसबीटी के डीन, प्रमुख निदेशक और इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के फैकल्टी सदस्य उपस्थित थे। उल्लेखनीय उपस्थित लोगों में प्रोफेसर प्रमिला गुप्ता, प्रोफेसर ए.के. सैनी, प्रोफेसर निमिषा शर्मा, डॉ. सुदीप कुमार, डॉ. गौरव पांडेय, प्रो. विजिता सिंह अग्रवाल थे ।
दिल्ली से विजय गौड़ ब्यूरो चीफ की विशेष रिपोर्ट