दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने एक बड़े साइबर फ्रॉड सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए लुधियाना से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह “BitBank” नामक फर्जी क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को झांसा देकर करोड़ों की ठगी कर रहा था। इस मामले में एक पीड़ित से 31.75 लाख रुपये हड़प लिए गए थे।
शिकायत में दर्ज हुआ कि आरोपी ने पहले फेसबुक पर संपर्क किया और फिर खुद को ‘बिटबैंक’ का अधिकारी बताकर व्हाट्सऐप पर बातचीत शुरू की। इसके बाद पीड़ित को फर्जी ट्रेडिंग एप डाउनलोड करने के लिए उकसाया गया और ऊंचे मुनाफे का लालच देकर भारी रकम अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करवाई गई। निवेश के नाम पर शेयर और आईपीओ अलॉटमेंट के फर्जी झांसे दिए गए। जब ठगी का पता चला तो साइबर साउथ वेस्ट थाने में मामला दर्ज किया गया और जांच क्राइम ब्रांच की साइबर सेल को सौंपी गई।
जांच के दौरान इंस्पेक्टर शिव राम की अगुवाई में टीम ने गहन तकनीकी विश्लेषण किया और लुधियाना निवासी 42 वर्षीय नितिन शर्मा को धर दबोचा। आरोपी को तब पकड़ा गया जब वह बैंक से 10 लाख रुपये नकद निकाल रहा था, जिसकी पुष्टि सीसीटीवी फुटेज से हुई। उसके मोबाइल से आपत्तिजनक व्हाट्सऐप चैट, लेन-देन के विवरण और डिजिटल सबूत बरामद हुए, जो सीधे साइबर फ्रॉड से जुड़े थे। जांच में यह भी सामने आया कि इस धोखाधड़ी में इस्तेमाल कई व्हाट्सऐप नंबर कंबोडिया से सक्रिय थे, जिससे इस साइबर अपराध का अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन उजागर हुआ।
गिरफ्तार आरोपी नितिन शर्मा लुधियाना के अनाज मंडी का रहने वाला है और स्थानीय व्यवसाय से जुड़ा हुआ था। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी हुई है ताकि पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जा सके।






