केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने डिब्रूगढ़ निवेश घोटाले के एक और आरोपी रंजीत काकोटी के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है। इस मामले में 260 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है, जिसमें लगभग 1.5 लाख निवेशक प्रभावित हुए हैं। सीबीआई ने आरोपी के खिलाफ अपनी जांच 90 दिनों के भीतर पूरी की और आरोपपत्र दायर किया।
जांच में सामने आया कि आरोपी ने www.tradingfx.live नामक ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से निवेशकों को धोखा दिया। रंजीत काकोटी और उसके साथी आरोपियों ने निवेशकों को झूठे वादों और फर्जी योजनाओं के जरिए ठगा, जिसके परिणामस्वरूप निवेशकों की मेहनत की कमाई का गबन किया।
सीबीआई की जांच अभी भी जारी है, और अतिरिक्त आरोपियों की पहचान के लिए प्रयास जारी हैं। यह मामला असम के 41 निवेश घोटाले मामलों में से एक है, जिनकी जांच सीबीआई ने असम सरकार के अनुरोध पर शुरू की थी।
सीबीआई ने हाल ही में इस मामले में जांच तेज की है और पांच राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में 93 स्थानों पर नई तलाशी ली है, जिससे कई महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। सीबीआई ने पहले ही अन्य आरोपियों के खिलाफ भी आरोपपत्र दायर किया है, जिनमें विशल फुकन, अभिजीत चांदा, सुमी बोरा और तपोन शामिल हैं।
सीबीआई की जांच में कई अन्य मामलों की भी जांच जारी है, और ब्यूरो ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि इन धोखाधड़ी गतिविधियों के सभी दोषियों को सजा दिलाई जाए।