
दिल्ली के अशोक विहार इलाके में एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर के घर पर दिनदहाड़े हुई सनसनीखेज हथियारबंद डकैती का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा (आईएससी) ने इस मामले में मास्टरमाइंड समेत दो कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो पहले भी कई गंभीर आपराधिक मामलों में शामिल रह चुके हैं।
घटना 17 फरवरी 2025 की है, जब कुछ अज्ञात हथियारबंद बदमाशों ने प्रोफेसर और उनकी पत्नी को घर में बंधक बना लिया। बदमाशों ने न केवल उनके हाथ-पैर बांध दिए, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद वे घर से सोने-चांदी के गहने, नकदी, मोबाइल फोन और कार लूटकर फरार हो गए।
इस सनसनीखेज वारदात की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई। एसीपी रमेश चंद्र लांबा के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया, जिसमें कई अनुभवी अधिकारी और जवान शामिल थे। टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और अपराधियों की गतिविधियों पर नजर रखी। जांच के दौरान यह पता चला कि बदमाशों ने वारदात के बाद एक टैक्सी किराए पर ली थी, जिससे वे परी चौक, ग्रेटर नोएडा पहुंचे। टैक्सी चालक से पूछताछ के बाद पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया और आखिरकार गाजियाबाद से दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सूरज उर्फ अखिल (32) और सचिन (29) के रूप में हुई है। दोनों पहले से ही कई आपराधिक मामलों में शामिल रह चुके हैं। सूरज के खिलाफ हत्या के प्रयास, डकैती, चोरी और शस्त्र अधिनियम समेत कुल 17 मुकदमे दर्ज हैं, जबकि सचिन पर एनसीआर के विभिन्न थानों में 14 मामले दर्ज हैं। पूछताछ में दोनों ने अपना अपराध कबूल कर लिया और बताया कि इस वारदात को उन्होंने अपने दो अन्य साथियों, मोनू और अमित, के साथ मिलकर अंजाम दिया था।
डकैती के बाद आरोपी अलग-अलग स्थानों पर छिप गए थे, लेकिन पुलिस की सख्त कार्रवाई ने उन्हें ज्यादा दिन तक बचने नहीं दिया। सचिन की निशानदेही पर पुलिस ने लूट का काफी सामान बरामद किया, जिसमें सोने की चेन, चांदी के सिक्के, कटोरे, अन्य कीमती सामान और नकद रुपये शामिल हैं।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को धारा 31(1) सी बीएनएसएस के तहत हिरासत में ले लिया गया है। वहीं, फरार अन्य अपराधियों की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।