नई दिल्ली, 8 जनवरी 2025:
सफदरजंग अस्पताल का स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर (SIC) आज अपनी नई और अत्याधुनिक सुविधाओं में एक साल पूरा कर चुका है। इस अवसर पर चिकित्सा और खेल जगत में इसकी उपलब्धियों और सेवाओं की सराहना हो रही है।
स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर को 8 जनवरी 2024 को एक नए और आधुनिक भवन में स्थानांतरित किया गया था। यह नया केंद्र अत्याधुनिक तकनीक और विस्तारित क्षमताओं के साथ स्थापित किया गया है। इसमें मरीजों के उपचार और पुनर्वास के लिए हाइड्रोथेरेपी पूल, अंडरवाटर ट्रेडमिल, टेक्नो जिम, इम्पोर्टेड एक्सरसाइज मशीनें, वैक्यूम स्पोर्ट्स मशीन और बायोफीडबैक स्ट्रेंथनिंग सिस्टम जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। आने वाले समय में यहां बायोमैकेनिक और मोशन एक्शन लैब्स भी शुरू की जाएंगी, जो खेल चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया आयाम जोड़ेंगी।
केंद्र के डायरेक्टर डॉ. दीपक जोशी और सफदरजंग अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. कपिल सूरी के नेतृत्व में यह केंद्र खेल चोटों और जोड़ों से संबंधित समस्याओं के लिए एक प्रमुख संस्थान बन गया है। पिछले एक साल में यहां सैकड़ों मरीजों का सफल उपचार किया गया है और कई खिलाड़ियों को उनके खेल में वापसी के लिए तैयार किया गया है।
डॉ. दीपक जोशी ने कहा कि यह केंद्र सिर्फ इलाज के लिए नहीं, बल्कि रिसर्च और नवाचार के माध्यम से खेल और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। डॉ. कपिल सूरी ने इस अवसर पर कहा कि स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर का उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को बल्कि सभी स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति जागरूक लोगों को लाभ पहुंचाना है।
स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर की स्थापना 2008 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा की गई थी, ताकि खेल चोटों और जोड़ों से जुड़ी समस्याओं के लिए विशेष देखभाल उपलब्ध कराई जा सके। यह केंद्र अपने उद्घाटन के समय से ही खेल और चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी पहचान बना चुका है।
नए स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर ने अपनी सेवाओं के माध्यम से खेल चिकित्सा में एक नई क्रांति लाई है। यह न केवल खिलाड़ियों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संस्थान बन चुका है। इसके एक साल के सफर ने यह साबित किया है कि आधुनिक चिकित्सा तकनीक और समर्पित टीम के साथ, किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।