
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित पूठ खुर्द, बवाना के माहरिषि वाल्मीकि अस्पताल का शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। अस्पताल की ओपीडी, ऑपरेशन थिएटर, आपातकालीन सेवाओं, सफाई व्यवस्था और दवा भंडारण समेत अन्य सुविधाओं का उन्होंने बारीकी से जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत कर व्यवस्थाओं में आ रही समस्याओं की जानकारी भी ली।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह भी मौजूद रहे। डॉ. सिंह ने अस्पताल में अधूरे पड़े निर्माण कार्यों और स्टाफ की कमी को लेकर अस्पताल प्रशासन को सख्त निर्देश देते हुए जल्द से जल्द सभी कार्य पूरे करने को कहा। उन्होंने कहा कि लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डॉ. सिंह ने कहा कि यह अस्पताल बाहरी दिल्ली के लोगों के लिए एक प्रमुख चिकित्सा केंद्र है और यहां आने वाला हर व्यक्ति बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर आता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वास्थ्य विभाग का दायित्व केवल मरीजों की देखभाल तक सीमित नहीं है, बल्कि डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की भलाई भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती सरकारों की लापरवाही के चलते अस्पतालों में बुनियादी ढांचे से जुड़ी कई परियोजनाएं अधूरी रह गईं। कई महत्वपूर्ण मेडिकल सुविधाओं जैसे ऑपरेशन थिएटर के निर्माण में जानबूझकर टेंडर में देरी की गई, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं। लेकिन अब वर्तमान सरकार ने तकनीकी और सिविल कार्यों को प्राथमिकता दी है और हर सरकारी अस्पताल में सुविधाएं जल्द बेहतर होंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आम जनता को अस्पतालों की सेवाओं और इन्फ्रास्ट्रक्चर में स्पष्ट सुधार देखने को मिलेगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता के नेतृत्व में राजधानी में विश्वस्तरीय स्वास्थ्य व्यवस्था खड़ी करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इमरजेंसी सेवाएं, दवाओं की आपूर्ति और अन्य व्यवस्थाएं लगातार मजबूत की जा रही हैं ताकि दिल्ली के हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण और समय पर इलाज मिल सके।