
उत्तर-पूर्वी जिले की साइबर क्राइम पुलिस ने ₹32.3 लाख की ठगी के एक हाई-टेक निवेश घोटाले का पर्दाफाश करते हुए दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह व्हाट्सएप के ज़रिए लोगों को शेयर मार्केट और IPO में मोटे मुनाफे का झांसा देकर फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म पर ठगी को अंजाम देता था।
शिकायतकर्ता आशीष भारद्वाज को फर्जी वित्तीय सलाहकार बनकर “विशाल शर्मा” और “उषा रानी” नामक लोगों ने पहले छोटा मुनाफा दिखाया और फिर धीरे-धीरे ₹32.3 लाख तक की रकम हड़प ली। जैसे ही उन्होंने पैसे वापस मांगे, उनके खाते पर फर्जी पेनल्टी लगाकर फ्रीज कर दिया गया।
जांच में खुलासा हुआ कि ठगी के इस खेल में चीन और कंबोडिया के नेटवर्क भी शामिल हैं। आरोपी डिजिटल बैंकिंग, क्रिप्टोकरेंसी और फर्जी कंपनियों के जरिए लाखों रुपये विदेश भेजते थे। साइबर थाना टीम ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मास्टरमाइंड विक्की बोरा और IIT रूड़की से एथिकल हैकिंग में प्रशिक्षित गिरीश पांडे जैसे तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं।
पुलिस ने दो मोबाइल फोन, बैंक रिकॉर्ड और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए हैं और करीब ₹5 करोड़ की मनी ट्रेल का भी खुलासा किया है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।