
नई दिल्ली, 27 जनवरी 2025:
76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के केंद्रीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा मंत्रालय के राज्यमंत्री श्री जयंत चौधरी ने देशभर के 100 विशिष्ट उद्यमियों को ‘कौशल भवन’ में सम्मानित किया। ये उद्यमी न केवल इस समारोह के मुख्य अतिथि बने, बल्कि गणतंत्र दिवस परेड में भी विशेष मेहमान के रूप में शामिल हुए।
हाल ही में दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच (WEF 2025) से लौटे श्री चौधरी ने वैश्विक व्यापारिक नेताओं के साथ हुई चर्चाओं को साझा करते हुए कहा, “भारत के कुशल कार्यबल को दुनिया भर में पहचान मिल रही है। भारत का ‘ग्लोबल स्किल कैपिटल’ बनना हमारी नीतियों और प्रतिबद्धता का परिणाम है।”
उन्होंने भारत की स्टार्टअप सफलता और MSME सेक्टर की भूमिका पर जोर दिया। MSME क्षेत्र में 63 मिलियन उद्यमों के माध्यम से 11 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है, जो GDP का 30% और निर्यात का 45% योगदान करता है।
समारोह में झारखंड के रामगढ़ निवासी और सौर ऊर्जा उद्यमी ऋतेन्द्र प्रसाद का विशेष रूप से उल्लेख किया गया। AVIT चेन्नई से स्नातक और NIESBUD से उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP) पूरा करने के बाद उन्होंने अपना सोलर व्यवसाय शुरू किया।
पूर्वोत्तर से 16 उद्यमियों, जिनमें 9 महिलाएं शामिल थीं, को भी सम्मानित किया गया। असम की धुबरी जिले की नमिता एम. मरक और उदालगुरी जिले की मंदीरा बागलरी ने विपरीत परिस्थितियों में सफलता की कहानियां लिखी हैं।
श्री चौधरी ने भारतीय संविधान की विरासत का जिक्र करते हुए इसे समानता, न्याय और अवसर का आधार बताया।
इस मौके पर मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री हेना उस्मान सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। इससे पहले, 100 उद्यमियों ने प्रधानमंत्री संग्रहालय का दौरा किया।
यह आयोजन भारत की कुशल कार्यबल, सरकारी पहलों और समावेशी भविष्य की दिशा में एक प्रेरणादायक संदेश है।