
दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने सरकार के पहले 100 दिनों की उपलब्धियों को जेएलएन स्टेडियम में जनता के सामने रखा। वरिष्ठ अभिनेता अनुपम खेर के साथ संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि “100 दिन छोटे जरूर हैं, लेकिन दिल्ली की दशा और दिशा को बदलने में परिवर्तनकारी साबित हुए हैं।”
रेखा गुप्ता सरकार ने कार्यभार संभालते ही राजधानी को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाने की दिशा में तेज़ गति से कदम बढ़ाए हैं। पहली ही कैबिनेट बैठक में आयुष्मान भारत योजना को लागू किया गया, जिससे लाखों लोगों को 10 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलने लगी है। साथ ही ‘वय वंदना योजना’ के तहत वरिष्ठ नागरिकों को भी मुफ्त स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल रहा है।
पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना सफाई सिर्फ दिखावा बनकर रह गई थी, जबकि अब 9000 करोड़ के निवेश से सीवरेज सिस्टम अपग्रेड किया गया है और 40 नए डीएसटीपी बनाए जा रहे हैं। जल आपूर्ति सुधार के लिए कंट्रोल सेंटर, GPS टैंकर और ‘DJB ऐप’ लॉन्च किया गया है।
शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए प्राइवेट स्कूलों की फीस प्रणाली पर अंकुश लगाने वाला बिल पास किया गया। साथ ही 125 स्कूल लाइब्रेरी का डिजिटलीकरण और 100 भाषा प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं।
कचरे के पहाड़ों पर भी सरकार ने ध्यान केंद्रित किया है। भलस्वा और ओखला जैसे क्षेत्रों में बायोमाइनिंग के ज़रिए हर दिन हज़ारों टन कचरा हटाया जा रहा है। ग्रीन दिल्ली के लिए 1000 स्प्रिंकलर, 70 रोड स्वीपर मशीनें और हजारों ई-बसें शुरू की गई हैं।
रेखा गुप्ता ने अफवाहों को खारिज करते हुए कहा कि कोई झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी, बल्कि 700 करोड़ की लागत से बुनियादी सुविधाएं दी जाएंगी। जब तक हर झुग्गीवासी को पक्का मकान नहीं मिलता, तब तक वे अपनी बस्तियों में रहेंगे, लेकिन सम्मान के साथ।
महिलाओं के लिए भी सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं, जिनमें ₹2,500 मासिक सहायता, ‘पालना केंद्र’, दो नए सखी निवास और हर चौराहे पर CCTV कैमरों की योजना शामिल है।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि “पिछली सरकारें शीशमहलों में बैठकर सत्ता का सुख लेती रहीं, हमने ईमानदारी से दिल्ली को संवारा है। यह सिर्फ 100 दिनों की कहानी नहीं, बल्कि 24×7 जनता की सेवा के लिए समर्पित हमारी सरकार का संकल्प है – विकसित दिल्ली की ओर।”