भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2024 में बिहार के ‘विकसित बिहार’ की प्रेरणादायक यात्रा को दर्शाने वाला बिहार पवेलियन और राज्य दिवस सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार सरकार के माननीय उद्योग एवं पर्यटन मंत्री, श्री नीतीश मिश्रा ने किया। और प्रेस मिलन समारोह का भी नेतृत्व किया। “विकसित भारत 2047” की थीम के तहत आयोजित इस मेले में बिहार साझेदार राज्य के रूप में भाग ले रहा है, और हॉल नंबर 2 में स्थित बिहार पवेलियन राज्य की सांस्कृतिक विरासत और औद्योगिक प्रगति का जीवंत प्रदर्शन कर रहा है। इस मौके पर उद्योग विभाग निदेशक आलोक रंजन घोष, बिहार हैंडलूम और रेशम उद्योग निदेशक श्री निखिल धनराज निप्पणीकर, बिहार संग्रहालय अपर निदेशक अशोक कुमार सिंहा और बिहार सूचना केंद्र नई दिल्ली के उप निदेशक दिनेश कुमार भी मौजूद रहे।
बिहार पवेलियन का मुख्य द्वार ‘सभ्यता द्वार’ के रूप में डिजाइन किया गया है जो राज्य की पांच प्रमुख क्षेत्रों – संस्कृति, उद्योग, पर्यटन, अध्यात्म एवं महिला सशक्तिकरण को प्रस्तुत करता है। दीवारों पर 3D प्रिंटिंग में प्राचीन और आधुनिक नालंदा के साथ-साथ राजगीर के ग्लास ब्रिज को भी दर्शाया गया है, जिससे राज्य के समृद्ध अतीत और वर्तमान विकास की झलक मिलती है। पवेलियन में मधुबनी, मंजूषा, टिकुली और कोहबर जैसी पारंपरिक कला भी सजाई गई हैं, जो दर्शकों को बिहार की सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ती हैं।
बिहार पवेलियन में राज्य के 75 स्टॉल्स पर बिहार के उत्पाद और उद्योगों का प्रदर्शन किया गया है। यहां मुख्यमंत्री उद्यमी योजना और स्टार्ट-अप बिहार जैसी योजनाओं के तहत उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के राज्य सरकार के प्रयासों को भी दर्शाया गया है। इसके साथ ही, प्रदर्शनी में पारंपरिक हस्तशिल्प, खादी और अन्य स्थानीय उद्योगों को प्रमुखता दी गई है, जिससे बिहार की आर्थिक प्रगति और आत्मनिर्भरता का परिचय मिलता है।
आईटीपीओ के गाइडलाइंस का पालन करते हुए बिहार पवेलियन को प्लास्टिक मुक्त और सस्टेनेबल बनाया गया है। पवेलियन की सजावट में केवल स्थानीय और स्वदेशी उत्पादों का ही उपयोग किया गया है, जिससे न केवल पवेलियन की सुंदरता में वृद्धि होती है बल्कि स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों को भी रोजगार मिलता है।
प्रेस मिलन समारोह के दौरान उद्योग एवं पर्यटन मंत्री श्री नीतीश मिश्रा ने बताया कि बिहार सरकार के महिला सशक्तिकरण प्रयासों की झलक पवेलियन में भी देखने को मिल रही है, जिसमें मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना जैसी योजनाओं के अंतर्गत महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया गया है। इसके साथ ही, ग्रामीण विकास में राज्य के योगदान को भी प्रस्तुत किया गया है, जो आधुनिक कृषि तकनीक और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा दे रहा है।
माननीय मंत्री जी ने बताया कि बिहार पवेलियन में राज्य की औद्योगिक प्रगति का रोडमैप प्रस्तुत किया गया है, जिसमें वस्त्र, चमड़ा, खाद्य प्रसंस्करण, और IT/ITES जैसे उद्योगों का विस्तार और राज्य की मजबूत अर्थव्यवस्था की झलक पेश की जा रही है। इस वर्ष राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) में 10.6% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जो देश में दूसरी सबसे अधिक है
उन्होंने बताया कि बिहार ने व्यापार की सुगमता और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ई-गवर्नेंस और सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया है। राज्य सरकार MSMEs को वित्तीय सहायता, बाजार तक पहुंच, और प्रौद्योगिकी सहयोग दे रही है, जिससे बिहार में निवेश के लिए एक अनुकूल वातावरण बना है। इसके अलावा, राज्य में खादी मॉल और औद्योगिक पार्कों का निर्माण भी किया जा रहा है, जो स्थानीय उद्योगों के विकास को और गति प्रदान कर रहे हैं।
बिहार दिवस का आयोजन आज एमपीथिएटर 2 में शाम 6 बजे से किया गया, जहां राज्य के प्रख्यात लोक कलाकारों द्वारा कजरी, मगही, ठुमरी, और सोहर जैसी विधाओं से दर्शकों का मनोरंजन किया गया। बिहार की लोक कला और संगीत अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए भी विशेष आकर्षण का केंद्र इस अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बनी हुई है।
बिहार पवेलियन में ‘विकसित बिहार’ की यात्रा को जिस भव्यता से प्रस्तुत किया गया है, वह राज्य के विकासशील दृष्टिकोण और आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिक प्रगति को दर्शाता है।