(16/12/2023)
दिवà¥à¤¯à¤¾à¤à¤— जन अधिकारों का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ रखें मंच न सजाà¤à¤‚
![](logo samachar varta05102018.png)
विशà¥à¤µ में 1 अरब दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग जन हैं। उनमें से 80% विकासशील देशों के नागरिक हैं। बीते दिनों विशà¥à¤µ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग दिवस मनाया गया । देश à¤à¤° में केवल मंचीय à¤à¤¾à¤·à¤£ -बाजी के अलावा कहीं कोई ठोस जमीनी सà¥à¤¤à¤° पर कारà¥à¤¯ नजर नहीं आते जबकि मौजूदा पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ जी के विशेष पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से संसद ने दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग अधिकार अधिनियम 2016 पारित कर दिया है। इस अधिनियम के अंतरà¥à¤—त आज तक à¤à¤¸à¥‡ कोई मामले पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ में नहीं आठहैं जबकि अधिकारों की जानकारी के अà¤à¤¾à¤µ में अà¤à¤¿à¤à¤¾à¤µà¤• à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤µà¤¯à¤‚ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग जन अधिकारों का लाठउठा सके हों। दिवà¥à¤¯à¤¾à¤—ों के शोषण के विरà¥à¤¦à¥à¤§ न तो सामाजिक कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ जागरूक à¤à¤µà¤‚ तेजी से सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ हैं न ही जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤° वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾à¥¤ केवल à¤à¤¯à¤°à¤²à¤¾à¤‡à¤‚स कंपनियों à¤à¤µà¤‚ रेल विà¤à¤¾à¤— को छोड़ कर शेष सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ में सà¥à¤—म आवाजाही संà¤à¤µ नहीं है। दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ आयोग के गठन अवशà¥à¤¯ हà¥à¤† है पर दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग जनों की à¤à¤¾à¤—ीदारी या तो नहीं है अथवा न के बराबर है। ठोस उपलबà¥à¤§à¤¿ के बिना सब कà¥à¤› à¤à¤• अधूरा à¤à¤µà¤‚ उपेकà¥à¤·à¤¿à¤¤ है। विशà¥à¤µ में दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग जन के लिठहर वरà¥à¤· à¤à¤• दिन नियत है - 4 जनवरी: विशà¥à¤µ बà¥à¤°à¥‡à¤² दिवस 21 मारà¥à¤š: विशà¥à¤µ डाउन सिंडà¥à¤°à¥‹à¤® दिवस 2 अपà¥à¤°à¥ˆà¤²: विशà¥à¤µ ऑटिज़à¥à¤® दिवस 23 सितंबर: अंतरà¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ सांकेतिक à¤à¤¾à¤·à¤¾ दिवस 3 दिसंबर विशà¥à¤µ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग दिवस à¤à¤¾à¤°à¤¤ में जनà¥à¤®à¤œà¤¾à¤¤ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ंग , सीमा पर घायल हो कर हà¥à¤ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ंग, दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾à¤“ं से हà¥à¤ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग कम नहीं हैं। परंतॠउनके लिठसामाजिक à¤à¤µà¤‚ वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ गत रवैया केवल संवेदनातà¥à¤®à¤• है उनके सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ पर विशेष धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की जरूरत है। इस बार चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग ने दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग à¤à¤µà¤‚ बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— मतादातों के लिठजो कारà¥à¤¯ किया उसकी सराहना आवशà¥à¤¯à¤• है। परंतॠहर विà¤à¤¾à¤— को इस ओर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने की जरूरत है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार ने दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚गो के लिठयूनिक आई डी बनाया है परंतॠउससे कà¥à¤¯à¤¾ लाठहैं या कà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ मिलेगी किसी को जानकारी नहीं। सरकारी à¤à¤µà¤‚ निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की बैंकों में लाइन लगाना आज à¤à¥€ देखा जा सकता है। दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚गों के लिठदिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग सशकà¥à¤¤à¤¿à¤•à¤°à¤£ के लिठकेवल मंचीय कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® तक सीमित रहना गलत है। दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग जनों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ केवल दिखावा नहीं किया जाना चाहिà¤à¥¤ दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग जन अधिकार अधिनियम 2016 के पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ रूप से लागू करने उसे जन जन तक विसà¥à¤¤à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ करने के लिठजिस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° की खाना पूरà¥à¤¤à¤¿ की जाती है वह दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚गता के सहारे केवल मंचीय पà¥à¤°à¤¦à¤°à¥à¤¶à¤¨ के अलावा कà¥à¤› नहीं। लà¥à¤‡à¤¸ बà¥à¤°à¥‡à¤², हेलेन केलर, सà¥à¤Ÿà¥€à¤«à¤¨ हॉकिंग, सूरदास अषà¥à¤Ÿà¤¾à¤µà¤•à¥à¤° जैसे उदाहरण हैं जो दिवà¥à¤¯à¤¾à¤‚ग आइकन हैं। गिरीश बिलà¥à¤²à¥‹à¤°à¥‡ मà¥à¤•à¥à¤² लेखक à¤à¤µà¤® विचारक सोशल मीडिया à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤¿à¤¸à¥à¤Ÿ |
Copyright @ 2019.