लोनी (गाजियाबाद), रविवार, 26 नवंबर, 2023:-* यह निरंकार प्रभु परमात्मा, जो कण-कण में बसा है, बेरंगा है, इसको जानकर, इसी के एहसास में हर पल रहते हुए जीवन जीना सम्भव है। जितना जितना निरंकार प्रभु को अपने मन की गहराइयों में बसाते जायेंगे, उतना उतना ही हमारे मनों से अहंकार सहित अन्य दुर्गुण भी समाप्त होते जायेंगे और फिर मन में प्रेम, सुकून, समदृष्टि व अपनत्त्व जैसे मानवीय गुणों का समावेश होता जाय