
नई दिल्ली, 9 मार्च 2025 – दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अभूतपूर्व आर्थिक विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (SRCC) में आयोजित बिज़नेस कॉन्क्लेव 2025 में हजारों छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए भारत को “अवसरों की धरती” और “इनोवेशन का केंद्र” बताया।
गुप्ता ने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, जहां हर क्षेत्र में अरबों डॉलर के अवसर मौजूद हैं। 1.4 अरब की विशाल जनसंख्या के चलते हर व्यापार के लिए ग्राहक पहले से उपलब्ध हैं, और यही कारण है कि भारत आज वैश्विक स्टार्टअप हब बनता जा रहा है। पिछले दस वर्षों में हर दिन औसतन 50 स्टार्टअप पंजीकृत हुए हैं और हर महीने एक नया यूनिकॉर्न स्टार्टअप जन्म ले रहा है। भारत में तकनीकी नवाचार भी चरम पर है – पिछले वर्ष हर दिन 300 पेटेंट फाइल किए गए, जबकि 2014 में यह संख्या मात्र 11 थी। डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भारत 46% वैश्विक हिस्सेदारी के साथ अग्रणी है और 5G तकनीक में दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है।

उन्होंने कहा कि भारत न केवल आर्थिक और तकनीकी विकास कर रहा है, बल्कि महिला सशक्तीकरण में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में 33% सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं। 2019 में लोकसभा में सबसे अधिक 78 महिला सांसद चुनी गईं। इसके अलावा, भारत में महिला स्टार्टअप संस्थापकों की संख्या 2017 में 10% थी, जो 2022 में बढ़कर 18% हो गई। देश में 15% महिला पायलट हैं, जो विश्व में सबसे अधिक हैं, और भारतीय सेना ने संयुक्त राष्ट्र में सबसे बड़ा महिला शांति रक्षक दल भेजा है।
गुप्ता ने भारत की AI क्रांति पर जोर देते हुए बताया कि मोदी सरकार के नेतृत्व में ₹10,300 करोड़ के निवेश से IndiaAI मिशन को मंजूरी दी गई है, जिसके तहत देशभर में 10,000 GPUs के साथ AI मॉडल विकसित किए जा रहे हैं। जल्द ही इसमें 8,693 और GPU जोड़े जाएंगे। केवल 10 महीनों में भारत का GPU इंफ्रास्ट्रक्चर 18,693 GPUs तक पहुंच चुका है। यह वैश्विक स्तर पर भारत की AI क्षमता को मजबूत करेगा।
उन्होंने कहा कि भारत अब GPU मार्केटप्लेस खोलने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है, जिससे छोटे स्टार्टअप, शोधकर्ता और विद्यार्थी उच्च स्तरीय AI संसाधनों तक आसानी से पहुँच बना सकते हैं। विदेशी पूंजी और कर लाभ के लिए विदेशों में पंजीकृत भारतीय स्टार्टअप्स अब “रिवर्स फ्लिपिंग” के तहत भारत लौट रहे हैं। Zepto, Groww, Pine Labs, PhonePe और Flipkart जैसी कंपनियाँ अपनी जड़ें फिर से भारत में मजबूत कर रही हैं।
अपने संबोधन के अंत में विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि आज का भारत केवल तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि नवाचार, महिला सशक्तीकरण और AI में वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है। यह भारत के विश्व गुरु बनने का समय है। उन्होंने युवाओं से देश के भविष्य पर विश्वास रखने और भारत की प्रगति में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।