
परमाराध्य जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज ने गौ-प्रतिष्ठा महा पदयात्रा को गौ ध्वज प्रदान कर रवाना किया। यह पदयात्रा गौ क्रांति मंच के तत्वावधान में पं. सचिन द्विवेदी जी द्वारा संत त्यागी जी के संरक्षण में निकाली गई है। यात्रा 33 विभिन्न पड़ावों से होकर गुजरते हुए 17 मार्च 2025 को दिल्ली पहुंचेगी।
गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। जगद्गुरु शंकराचार्य जी ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई होगी। गौ माता का विषय हिंदुओं के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता पर है और इस बार सनातनी हिंदू तभी शांत होगा, जब गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित कर दिया जाएगा।
17 मार्च 2025, सभी गौ भक्तों के लिए ऐतिहासिक दिन होगा, क्योंकि केंद्र सरकार के पास गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए केवल 33 दिन शेष हैं। सभी सनातनी हिंदुओं और गौ भक्तों से आह्वान किया गया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली पहुंचकर इस महायज्ञ में सहभागी बनें और गौ माता को राष्ट्रमाता घोषित करवाने के संकल्प को साकार करें।