दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भरत मंडपम के पास हुई सनसनीखेज लूट की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। दिल्ली पुलिस की सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की स्पेशल स्टाफ टीम ने शानदार ऑपरेशन चलाते हुए तीन कुख्यात लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके कब्जे से 37 किलो से ज्यादा चांदी, 200 ग्राम सोना और 1.86 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। इस दौरान पुलिस की बहादुरी भी सामने आई, जब हाई-स्पीड चेज़ में एक एएसआई पर आरोपी ने गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की, जिससे वह घायल हो गए।
घटना 24 सितंबर की है, जब ज्वेलर्स के कर्मचारी चांदनी चौक से लगभग 40 किलो चांदी और 870 ग्राम सोना हॉलमार्किंग करवाकर लौट रहे थे। तभी भरत मंडपम के पास बाइक सवार दो लुटेरों ने उन्हें बंदूक की नोक पर रोककर बैग लूट लिया और फरार हो गए। मामला बेहद गंभीर होने पर इसे स्पेशल स्टाफ को सौंपा गया।
पुलिस ने चार दिनों तक मैनुअल और टेक्निकल सर्विलांस के जरिए आरोपियों का पीछा किया। 28 सितंबर को करोल बाग में एक आरोपी को दबोच लिया गया, जिसने पूछताछ में अपने साथियों का नाम उगल दिया। इसके बाद खजूरी खास फ्लाईओवर के पास हाई-स्पीड चेज़ के दौरान पुलिस ने बाकी दो लुटेरों को पकड़ लिया। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस की गाड़ी पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन बहादुरी दिखाते हुए पुलिस ने उन्हें काबू कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रदीप सिंह (बुराड़ी), काकू उर्फ़ जय मालिक (रोहिणी) और विष्णु (किशनगंज) के रूप में हुई है। प्रदीप पहले भी लूट, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के मामलों में जेल जा चुका है। तीनों लुटेरों ने पूछताछ में लूट में इस्तेमाल स्कूटी और अपाचे बाइक का भी खुलासा किया।
दिल्ली पुलिस ने बरामदगी में 37.061 किलो चांदी, 229 ग्राम 22 कैरेट सोना, नकद ₹1.86 लाख, एक बलेनो कार, एक स्कूटी, अपाचे बाइक और लूट के समय पहने कपड़े बरामद किए हैं।
डीसीपी निधिन वल्सन ने बताया कि यह ऑपरेशन पुलिस की तेज़ कार्रवाई और बहादुरी का नतीजा है। फरार आरोपी प्रदीप उर्फ़ गोलू की तलाश जारी है।







