
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शादी समारोहों में चोरी करने वाले कुख्यात “बैंड बाजा बारात” गैंग का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है। ये शातिर अपराधी शादी समारोहों में मेहमान बनकर शामिल होते थे और फिर मौका मिलते ही शगुन, गहने और नकदी से भरे बैग उड़ा लेते थे।
यह गिरोह मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से संचालित होता था और दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के बड़े आयोजनों को निशाना बनाता था। गिरोह का सरगना गरीब परिवारों को लालच देकर उनके बच्चों को अपने साथ ले जाता था। एक बच्चे के बदले परिवार को सालभर में 10 से 12 लाख रुपये देने का झांसा दिया जाता था। इसके बाद इन बच्चों को चोरी की खास ट्रेनिंग दी जाती थी, ताकि वे शादी समारोह में बिना शक पैदा किए आसानी से अपना काम कर सकें।
पुलिस ने इस गिरोह के सदस्यों को तब दबोचा जब वे शास्त्री पार्क मेट्रो डिपो के पास बस स्टॉप पर अपने गांव लौटने की फिराक में थे। आरोपियों के पास से 2,14,000 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन और चांदी के गहने बरामद किए गए हैं।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गिरोह के सदस्य शादी के दौरान समारोह स्थल पर घंटों समय बिताते थे, मेहमानों की तरह अच्छे कपड़े पहनकर खाना खाते थे और फिर सही मौके का इंतजार करते थे। चोरी के बाद वे तुरंत वहां से फरार हो जाते थे। गिरोह में महिलाएं भी शामिल थीं, जो बच्चों की देखभाल करती थीं, ताकि किसी को शक न हो।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अज्जू (24), कुलजीत (22) और कालू छायल (25) के रूप में हुई है। तीनों आरोपी पढ़े-लिखे नहीं हैं और पहले भी चोरी के मामलों में शामिल रह चुके हैं।
क्राइम ब्रांच की टीम ने इन अपराधियों को पकड़ने के लिए शादी समारोहों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और कई बैंक्वेट हॉल व फार्महाउस पर निगरानी रखी। इसी दौरान पुलिस को इनके मूवमेंट की जानकारी मिली और जाल बिछाकर इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
दिल्ली पुलिस अब इस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और जांच जारी है।