नई दिल्ली, 21 सितम्बर 2025
दिल्ली पुलिस की ईस्ट डिस्ट्रिक्ट एंटी नारकोटिक्स स्क्वॉड ने नशे के कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतर्राज्यीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में मंडावली का बदनाम बदमाश मोहम्मद रफीक उर्फ़ सोनू और उसका सप्लायर, बरेली (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला राशिद उर्फ़ खान पुलिस के हत्थे चढ़ा। पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के दौरान कुल 145.86 ग्राम स्मैक बरामद की।
जानकारी के अनुसार, 15 सितम्बर को एएनएस टीम को सूचना मिली कि मोहम्मद रफीक उर्फ़ सोनू, जो पीएस मंडावली का बीसी (बैड कैरेक्टर) है, मंडावली स्थित मदर डेयरी के पास स्मैक बेच रहा है। सूचना के आधार पर जाल बिछाया गया और आरोपी को धर दबोचा गया। तलाशी के दौरान उसके पास से 44.75 ग्राम स्मैक बरामद हुई। इसके बाद एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
जांच के दौरान रफीक ने खुलासा किया कि वह स्मैक की खेप बरेली निवासी राशिद उर्फ़ खान से लाता है। पुलिस ने स्रोत तक पहुंचने का निर्णय लिया और टीम को बरेली रवाना किया गया। तकनीकी और मैनुअल इनपुट्स की मदद से 19-20 सितम्बर की दरमियानी रात को राशिद को बरेली से गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी तलाशी में 101.11 ग्राम स्मैक बरामद हुई। आरोपी को जरूरी प्रक्रिया पूरी करने के बाद दिल्ली लाया गया।
पूछताछ में सामने आया कि राशिद स्वयं नशे का आदी है और इसी लत के चलते उसने स्मैक का धंधा शुरू कर दिया था। वह छोटे-छोटे पैकेट में स्मैक बेचकर जल्दी पैसा कमाने की फिराक में था। बरेली से सप्लाई होने वाली यह खेप दिल्ली और आसपास के नशे के आदी लोगों तक पहुंचाई जाती थी। वहीं, रफीक ने भी कबूल किया कि आर्थिक लाभ के लिए वह लंबे समय से इस धंधे में शामिल था।
पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद रफीक अब तक चार मामलों में शामिल पाया गया है और मंडावली थाने का कुख्यात बदमाश है। वहीं राशिद सातवीं तक पढ़ा हुआ है और उम्र महज 22 साल है।
ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी अभिषेक धनिया ने कहा कि दिल्ली पुलिस ‘ड्रग फ्री सोसाइटी’ की दिशा में लगातार अभियान चला रही है और ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।







