
नई दिल्ली, 5 मई 2025 – दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। पर्यावरण मंत्री मंजीन्दर सिंह सिरसा ने राजधानी के 13 प्रमुख प्रदूषण हॉटस्पॉट्स पर मिस्ट और वॉटर स्प्रिंक्लर्स लगाने के निर्देश जारी किए हैं। अब दिल्ली की सड़कों के बीच बने सेंट्रल वर्ज और इलेक्ट्रिक पोल्स पर विशेष मिस्ट जेट्स लगाए जाएंगे, जो 50–100 माइक्रोन की धुंध बनाकर हवा में घुले खतरनाक धूल कणों PM2.5 और PM10 को नियंत्रित करेंगे।
सरकार ने सभी संबंधित विभागों—PWD, CPWD, DDA, MCD, NDMC, NHAI और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग—को आदेश जारी किए हैं कि वे तकनीकी मानकों के अनुरूप मिस्ट स्प्रिंक्लर्स और एंटी-स्मॉग गन लगाएं। मंत्री सिरसा ने स्पष्ट किया कि अब समय नीतियों का नहीं, जमीनी क्रियान्वयन का है। हर दिन हर हॉटस्पॉट पर धूल नियंत्रण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
DDA और NDMC की पायलट परियोजनाओं में मिले सकारात्मक परिणामों के बाद यह तकनीक अब बड़े पैमाने पर लागू की जा रही है। इन सिस्टम्स में RO आधारित हाई प्रेशर मिस्टिंग तकनीक, ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम, और UV स्टेरिलाइजेशन जैसी आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं।
इसके साथ ही, निर्माण स्थलों और ज्यादा ट्रैफिक वाली सड़कों की मैकेनिकल सफाई भी नियमित रूप से की जाएगी। सभी विभागों में प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे, जो कार्यों की निगरानी और रिपोर्टिंग के लिए जिम्मेदार होंगे।
यह पहल दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के मार्गदर्शन में, ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का हिस्सा है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि प्रदूषण नियंत्रण अब केवल योजनाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि रोज़ाना की जिम्मेदारी बनाकर इसे धरातल पर उतारा जाएगा।