
जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोनमर्ग टनल का उद्घाटन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर पीएम मोदी ने उन श्रमिकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में अपना जीवन दांव पर लगाकर यह प्रोजेक्ट पूरा किया। उन्होंने कहा, “चुनौतियों के बावजूद हमारी संकल्प शक्ति अडिग रही।” प्रधानमंत्री ने 7 श्रमिकों के निधन पर संवेदना भी व्यक्त की।
पीएम मोदी ने कश्मीर की प्राकृतिक सुंदरता और लोगों की गर्मजोशी की प्रशंसा करते हुए कहा कि सोनमर्ग, गुलमर्ग और बारामुला जैसे इलाकों में उन्होंने अपने पुराने दिनों में काफी समय बिताया है। उन्होंने चिल्लईकलां के दौरान कश्मीरियों की दृढ़ता की सराहना की और कहा कि यह टनल सर्दियों में भी सोनमर्ग की कनेक्टिविटी बनाए रखेगी, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने 42,000 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर अब सुरंगों और ऊंचे पुलों का केंद्र बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोनमर्ग टनल न केवल सर्दियों में यातायात की समस्याएं हल करेगी बल्कि स्थानीय व्यापारियों, किसानों और छात्रों को भी लाभ पहुंचाएगी।
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में पर्यटन के विकास पर जोर देते हुए कहा कि 2024 में यहां 2 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जो एक नया रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा कि कश्मीर अब “धरती का स्वर्ग” की पहचान को फिर से हासिल कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में IIT, IIM, AIIMS और सेंट्रल यूनिवर्सिटी जैसे संस्थानों की स्थापना ने युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। उन्होंने स्थानीय कारीगरों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत समर्थन मिलने की भी बात कही।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर के खेल क्षेत्र में हो रही प्रगति का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गुलमर्ग अब भारत की विंटर स्पोर्ट्स राजधानी बनता जा रहा है और यहां खेले जा रहे खेल आयोजनों से युवाओं को नए अवसर मिल रहे हैं।
इस कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि कश्मीर भारत का मुकुट है और इसे विकास के गहनों से सुसज्जित करना हमारा सपना है।